पुलिस व नगर निगम की टीमों ने दूसरों की जमीनों को धोखाधड़ी से कब्जाने वाले भू-माफिया अतीक अहमद के तुंतोवाला स्थित बंगले को बुल्डाेजर से ध्वस्त कर दिया है। उत्तराखंड के गैंगस्टर अतीक अहमद ने नदी व खाले की लगभग दो बीघा जमीन पर कब्जा कर करीब ढ़ाई करोड़ रुपये की लागत से आलीशान बंगला खड़ा किया था।
बुलडोजर से गैंगस्टर अतीक अहमद की कोठी जमींदोज करने में लगभग पांच घंटे लगे। पुलिस ने इसके गिरोह के अन्य सदस्यों की संपत्तियों को भी चिह्नित किया है। जल्द उनकी संपत्तियों पर भी बुलडोजर से ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाएगी। उल्लेखनीय है, कि शहरी क्षेत्र में प्रशासन द्वारा संभवतः इस तरह की यह पहली कार्रवाई है, जिसमें किसी गैंगस्टर की इतनी बड़ी संपत्ति को ध्वस्त किया गया है।
गैंस्टर्स की अवैध संपत्ति पर देहरादून पुलिस की कार्यवाही।#UttarakhandPolice #UKPoliceStrikeOnCrime#police #Crime #news pic.twitter.com/B3oPbuPOH6
— Dehradun Police Uttarakhand (@DehradunPolice) June 4, 2023
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शनिवार (3 जून 2023) की सुबह पटेलनगर कोतवाली के इंस्पेक्टर सूर्यभूषण नेगी, वसंत विहार के थानाध्यक्ष होशियार सिंह भारी मात्रा में पुलिस टीम के साथ तुंतोवाला स्थित आरोपित के बंगले पर पहुंची। इस दौरान पुलिस पार्टी के साथ नगर निगम की टीमें दो जेसीबी लेकर मौजूद थी। दोपहर करीब साढ़े 11 बजे ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू हुई।
बंगले में 12 से अधिक कमरे बनाए हुए थे। इसके अलावा आरोपित की एसयूवी-500 वाहन को कुर्क करने की कार्रवाई भी जारी है। कोठी से सामान बाहर निकालने के बाद जेसीबी से ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू हुई और शाम छह बजे तक बंगला पूरी तरह से ध्वस्त किया गया। हालांकि बंगले का थोड़ा सा हिस्सा अब भी बचा हुआ है, जिसे रविवार को तोड़ा जाएगा।
रिपोर्ट्स के अनुसार, पटेलनगर के तुंतोवाला में रहने वाले 58 वर्षीय अतीक अहमद के गुनाहों की कहानी वर्ष 2016 में शुरू हुई, जहां उसने प्रेमनगर इलाके में एक बेशकीमती जमीन के फर्जी दस्तावेज बनाकर अपने पांच साथियों के साथ कब्जा कर लिया। पुलिस ने जांच के बाद अतीक के विरुद्ध जालसाजी, धोखाधड़ी और आपराधिक षडयंत्र का मुकदमा दर्ज किया था।
उस वक्त आरोपी को जेल भेज दिया गया, लेकिन कुछ समय बाद ही वह जमानत पर बाहर आ गया। इसके बाद उसने वर्ष 2021 में शहर कोतवाली क्षेत्र में दो भू-खंड को धोखाधड़ी से बेच डाला। दो लोगों के साथ लगभग एक करोड़ रुपये से भी ज्यादा की धोखाधड़ी की। पिछले साल जब डीजीपी अशोक कुमार के निर्देश पर जालसाजों के खिलाफ अभियान चला, तो उसके खिलाफ कोतवाली पुलिस ने गैंगस्टर का मुकदमा दर्ज किया था।
मुकदमा दर्ज होते ही अतीक अहमद शहर छोड़कर फरार हो गया था। इसके बाद पुलिस ने उस पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया। इंस्पेक्टर वसंत विहार होशियार सिंह की टीम ने उसे चार मई को गिरफ्तार कर लिया। उसकी संपत्तियों की जांच हुई, तो पता चला कि उसने तुंतोवाला में लगभग डेढ़ बीघा जमीन पर आलीशान कोठी बनाई है। यह जमीन नाले और नदी की है। अतीक को पांच दिन पहले ही जेल से जमानत मिल चुकी है।
पुलिस व प्रशासन द्वारा अवैध तौर पर संपत्ति अर्जित कर सरकारी भूमि पर घर बनाने वाले अन्य गैंगस्टरों के घरों पर भी जल्द बुल्डोजर की कार्रवाई देखने को मिल सकती है। पटेलनगर कोतवाली क्षेत्र में एक और गैंगस्टर को चिहिन्त किया गया है। गैंगस्टर पर गो तस्करी और जमीन धोखाधड़ी के कई मुकदमे दर्ज है।