दक्षिण पश्चिमी मानसून केरल में दस्तक दे चुका है। अपने निर्धारित समय से करीब हफ्ते भर की देरी से पहुंचे मानसून को उत्तराखंड पहुंचने में लगभग तीन हफ्ते से ज्यादा का समय लग सकता है। वहीं राज्य के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में शुक्रवार को भी बारिश के आसार बने हुए है। मौसम विभाग ने पर्वतीय क्षेत्रों में हल्की बारिश के साथ तेज गर्जन और आकाशीय बिजली चमकने की संभावना जताई है।
मौसम विभाग के अनुसार, मैदानी इलाकों में मौसम शुष्क बना रहेगा। वहीं, आगामी 10 से 12 जून तक पर्वतीय इलाकों में बारिश का येलो अलर्ट जारी किया गया है। राज्य में बीते तीन दिनों से मौसम शुष्क है और चटख धूप से तपिश बढ़ गयी है। मैदानी क्षेत्रों में अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। देहरादून समेत अधिकतर इलाको में पारा तेजी से बढ़ रहा है।
पश्चिमी विक्षोभ गुजरने के बाद एक बार फिर मौसम ने अपने तेवर गर्म कर दिए है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार अब लगातार गर्मी में बढ़ोतरी होगी और जून के महीने में अगले कुछ दिनों तक गर्मी का प्रकोप जारी रहेगा। हालांकि, पहाड़ों पर मौसम बदलने पर इसका असर मैदानी इलाकों पर भी देखने को मिलेगा।
उल्लेखनीय है, कि भारत में बीते गुरुवार को मानसून ने केरल में प्रवेश किया, जबकि उत्तराखंड में इस साल पांच दिन की देरी से मानसून आएगा। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने अनुसार, कि इस साल मानसून ने पांच दिन की देरी से प्रवेश किया है। सामान्य रफ्तार से मानसून आएगा, तो उत्तराखंड में 20 से 25 जून को मानसून आ जायेगा।