गोवा में 16 से 22 जून तक ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ का आयोजन किया जाएगा। गोवा में गत 11 वर्षों से हो रहे ‘अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’ के लिए अमेरिका, इंग्लैंड, सिंगापुर, बांग्लादेश, नेपाल सहित भारत के 28 राज्यों के 350 से भी अधिक हिन्दू संगठनों के 1500 से भी अधिक प्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया है।
ऑपइंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, विश्वबंधुत्व एवं ‘वसुधैव कुटुंबकम’ की संकल्पना और भारत को आदर्श रामराज्य अर्थात हिन्दू राष्ट्र स्थापना के कार्य को गति देने के लिए 16 से 22 जून 2023 तक ‘श्री रामनाथ देवस्थान’, फोंडा, गोवा में एकादश ‘अखिल भारतीय हिन्दू राष्ट्र अधिवेशन’ अर्थात ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ आयोजित किया गया है।
हिन्दू जनजागृति समिति के राष्ट्रीय मार्गदर्शक सद्गुरु डॉ. चारुदत्त पिंगले ने पत्रकार परिषद में ये जानकारी दी है। ‘प्रेस क्लब ऑफ इंडिया’, दिल्ली में आयोजित पत्रकार वार्ता में अधिवक्त विष्णु शंकर जैन, प्रवक्ता, ‘हिन्दू फ्रंट फॉर जस्टिस’ तथा ‘सनातन संस्था’ की प्रवक्ता कुमारी कृतिका खत्री भी उपस्थित रही। इस अवसर पर सनातन संस्था की प्रवक्ता कुमारी कृतिका खत्री ने कहा, “इस बार के अधिवेशन में ‘हिन्दू राष्ट्र संसद’ इस विशेष सत्र का आयोजन किया गया है।
उन्होंने बताया, कि विविध विषयों पर विशेषज्ञों के परिसंवाद, विशेष कार्य करनेवाले मान्यवरों की भेंटवार्ता भी इस बार के अधिवेशन का विशेष आकर्षण होगा। ‘लव जिहाद’, ‘हलाल सर्टीफिकेशन’, ‘लैंड जिहाद’, ‘काशी-मथुरा मुक्ति’, ‘धर्मांतरण’, ‘गोहत्या’, मंदिर संस्कृति की रक्षा’, ‘कश्मीरी हिन्दुओं का पुनर्वसन’, ‘पाकिस्तान एवं बांग्लादेश के हिन्दुओं पर अत्याचार’ जैसे विविध विषयों के साथ ही हिन्दू राष्ट्र की नींव रखने के लिए आवश्यक विषयों पर इस महोत्सव में मंथन किया जायेगा।
अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन ने कहा, कि काशी, मथुरा, भोजशाला, क़ुतुब मीनार मुक्ति, प्लेसेस ऑफ वरशिप एक्ट, वक्फ एक्ट, राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग एक्ट, सच्चर कमिटी, अल्पसंख्यक मंत्रालय, भारतीय संविधान के अंतर्गत आए धर्मनिरपेक्षता शब्द, मंदिर अधिग्रहण इत्यादि के विषम में निरंतर न्यायलय में संघर्ष कर रहे हैं और ‘हिन्दू राष्ट्र’ स्थापना हेतु कानूनी संघर्ष करते रहेंगे। मंदिर मुक्ति के माध्यम से हिन्दू राष्ट्र स्थापना में योगदान कर रहे हैं तथा हिन्दुओं को आह्वान किया गया, कि जागृत होकर अपने आस्था के केंद्रों के पुनर्जीवन हेतु संघर्ष करें।
इस अधिवेशन में मुख्य रूप से अमरावती के ‘श्री रुक्मिणी वल्लभ पीठ’ के अनंत विभूषित श्री जगद्गुरु रामानंदचार्य श्री स्वामी रामराजेश्वराचार्यजी सरकारजी, ‘विश्व हिन्दू परिषद’के देवगिरी प्रांत के संपर्क प्रमुख धर्माचार्य जनार्दन महाराज मेटे, ‘इंटरनैशनल वेदांत सोसाइटी’के स्वामी निर्गुणानंदगिरी महाराज, त्रिपुरा के ‘शांति काली आश्रम’ के स्वामी चित्तरंजन महाराज, छत्तीसगढ के ‘शदाणी दरबार’ के डॉ युधिष्ठिरलाल महाराज, छत्तीसगढ के ‘श्री जामडी पाटेश्वरधाम सेवा संस्थान’के संचालक श्रीरामबालकदास महात्यागी महाराज, गोंदिया के ‘महात्यागी सेवा संस्थान’के अध्यक्ष महंत श्रीरामज्ञानीदास महात्यागी महाराज आदि संतों की वंदनीय उपस्थिति भी इस अधिवेशन में होगी।
इसके अतिरिक्त प्रमुख रूप से काशी की ज्ञानवापी मस्जिद के विरोध में न्यायालयीन लडाई करनेवाले अधिवक्ता हरिशंकर जैन, तेलंगाना के हिन्दुत्वनिष्ठ विधायक टी. राजा सिंह, भूतपूर्व विधायक एवं ‘हिन्दू इकोसिस्टिम’ के संस्थापक तथा भाजपा के नेता कपिल मिश्रा के साथ ही वरिष्ठ अधिवक्ता, उद्योगपति, विचारक, लेखक, मंदिर विश्वस्त, पत्रकार, इसके साथ ही अनेक समविचारी सामाजिक, राष्ट्रीय एवं आध्यात्मिक संगठनों के प्रतिनिधि उपस्थित रहने वाले हैं।
इसके साथ ही दिल्ली से कर्नल आरएसएन सिंह भी इस महोत्सव के लिए उपस्थित रहनेवाले हैं । इस अधिवेशन का सीधा प्रक्षेपण हिन्दू जनजागृति समिति के जालस्थल ‘HinduJagruti.org’ द्वारा, इसके साथ ही समिति के ‘HinduJagruti’ इस ‘यू-ट्यूब’ चैनल एवं facebook.com/hjshindi1 इस फेसबुक द्वारा भी किया जाने वाला है । विश्वभर के हिन्दुत्वनिष्ठ इस ‘वैश्विक हिन्दू राष्ट्र महोत्सव’ का लाभ लें, ऐसा आह्वान हिन्दू जनजागृति समिति की ओर से किया गया।