देश में टमाटर के भाव आसमान छू रहे है। देश के कई प्रदेशों में टमाटर 100 रुपये किलो की कीमत पर बिक रहा है। टमाटर की बढ़ी हुई कीमतों के चलते आमजन को बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पिछले दस दिनों में ज्यादातर सब्जियों के दाम तेजी से बढ़े है। कई सब्जियां तो बाजार से गायब हो गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, देशभर में टमाटर खरीदना लोगों की जेब पर भारी पड़ रहा है। टमाटर जो पहले 20-30 रुपये प्रति किलोग्राम पर बिक रहा था, वो पिछले कुछ दिनों से 110-160 रुपये प्रति किलोग्राम तक बिक रहा है। कीमतों में इजाफे से जुड़े सवाल पर अगर सब्जी व्यापारियों की मानें, तो बारिश के कारण अधिकतर सब्जियों की फसलें खराब हो गई है। जिसकी वजह से ऐसा हो रहा है।
उल्लेखनीय है, कि टमाटर की कीमत पेट्रोल के दाम से भी आगे निकल चुकी है। जून में टमाटर की खुदरा कीमत में तकरीबन 38.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी वहीं अब थोक भाव में टमाटर की कीमत में 45.3 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। टमाटर की कीमत में इतनी ज्यादा बढ़ोतरी के पीछे टमाटर के कम उत्पादन को भी बड़ी वजह बताया जा रहा है। एक हफ्ते पहले तक 30-40 रुपये प्रति किलो मिलने वाला टमाटर इन दिनों 80 से 100 रुपये प्रति किलो बिक रहा है।
देश के अलग-अलग राज्यों में टमाटर के दामों में भारी उछाल देखने को मिल रहा है। लोग जो पहले एक किलो टमाटर खरीदते थे वो अब 250 ग्राम में अपना काम चला रहे है। शुभ समाचार यह है, कि जुलाई-नवंबर फसल सीजन के आगमन के साथ टमाटर की कीमतें कम हो सकती है। दरअसल गर्मी की लहरों या अनियमित वर्षा के कारण फसल प्रभावित हो सकती है, इसलिए कीमतों में अचानक उछाल देखने को मिल रहा है।
दूसरी तरफ केंद्र सरकार ने दावा किया है, कि टमाटर की बढ़ती कीमतों में 15 दिनों के भीतर कमी आनी शुरू हो जाएगी और महीने भर में सामान्य स्थिति पर पहुंच जायेंगे। उपभोक्ता मंत्रालय का मानना है, कि विभिन्न केंद्रों से आपूर्ति बढ़ने के साथ ही कीमतों पर नियंत्रण हो जाएगा। अभी कुछ शहरों में टमाटर की कीमत 100 रुपये प्रति किलो से अधिक है।