श्रीरामचरित मानस विवाद के बाद साधु संतों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने अब अनादिकाल से हिन्दू आस्था का केंद्र रहे देवभूमि उत्तराखंड स्थित साक्षात भू- बैकुंठ श्री बद्रीनाथ धाम को लेकर बेहद विवादित बयान दिया है। इस बयान का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मौर्य के साथ-साथ समाजवादी पार्टी पर भी निशाना साधा है।
समाचार एजेंसी ANI की रिपोर्ट के अनुसार, शुक्रवार (28 जुलाई 2023) को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, “बद्रीनाथ धाम दुनिया भर के लोगों की आस्था और श्रद्धा का केंद्र है और स्वामी प्रसाद मौर्य (सपा नेता) द्वारा दिया गया बयान बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हालांकि वह जिस गठबंधन का वह हिस्सा हैं, उनके लिए ऐसे बयान देना स्वाभाविक है।
#WATCH | Dehradun, Uttarakhand: "Badrinath Dham is the center of faith and reverence for people worldwide and the statement given by Swami Prasad Maurya (SP leader) is very unfortunate. However, the alliance he is part of it is natural for him to give such statements…those who… pic.twitter.com/s0DUKXKXO9
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 28, 2023
सीएम धामी ने कहा, “विश्व के करोड़ों हिन्दुओं की आस्था के केंद्र बिंदु एवं चार धामों में से एक भू बैकुण्ठ श्री बदरीनाथ धाम के अस्तित्व पर समाजवादी पार्टी के नेता द्वारा की गई अमर्यादित टिप्पणी की मैं घोर निन्दा करता हूं। समाजवादी पार्टी के सर्वोच्च नेता की पत्नी श्रीमती डिंपल यादव जी जो उत्तराखण्ड की बेटी हैं, मैं चाहूंगा कि वे ऐसी विघटनकारी सोच रखने वाले अपनी पार्टी के नेता को अवश्य जवाब दें।”
विश्व के करोड़ों हिन्दुओं की आस्था के केंद्र बिंदु एवं चार धामों में से एक भू बैकुण्ठ श्री बदरीनाथ धाम के अस्तित्व पर @samajwadiparty के नेता द्वारा की गई अमर्यादित टिप्पणी की मैं घोर निन्दा करता हूं।
समाजवादी पार्टी के सर्वोच्च नेता की पत्नी श्रीमती डिंपल यादव जी जो उत्तराखण्ड… pic.twitter.com/3N7ojcLmnc
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) July 28, 2023
समाजवादी पार्टी और स्वामी प्रसाद मौर्य पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री धामी ने कहा, कि वह जिस गठबंधन का हिस्सा हैं, उनके लिए ऐसे बयान देना स्वाभाविक है। जो लोग तुष्टिकरण में विश्वास करते हैं और लोगों को बांटने का काम करते है। सीएम धामी ने कहा, कि कम से कम स्वामी प्रसाद मौर्य को ऐसे बयान देने से पहले ध्यान देना चाहिए क्योंकि उनके नाम के आगे भी स्वामी है।
वहीं इससे पहले बीते गुरुवार सीएम धामी ने ट्विटर संदेश में लिखा, “करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था के केंद्र भू बैकुंठ श्री बदरीनाथ धाम पर समाजवादी पार्टी के नेता द्वारा की गई टिप्पणी दुर्भाग्यपूर्ण है। “महाठगबंधन” के एक सदस्य के रूप में समाजवादी पार्टी के एक नेता द्वारा दिया गया यह बयान कांग्रेस और उसके सहयोगियों की देश व धर्म विरोधी सोच को दर्शाता है। यह विचार इन दलों के अंदर SIMI और PFI की विचारधारा के वर्चस्व को भी प्रकट करता है।
करोड़ों श्रद्धालुओं की आस्था के केंद्र भू बैकुंठ श्री बदरीनाथ धाम पर समाजवादी पार्टी के नेता द्वारा की गई टिप्पणी दुर्भाग्यपूर्ण है।
"महाठगबंधन" के एक सदस्य के रूप में समाजवादी पार्टी के एक नेता द्वारा दिया गया यह बयान कांग्रेस और उसके सहयोगियों की देश व धर्म विरोधी सोच को…
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) July 27, 2023
समाजवादी पार्टी के नेता मौर्य के श्री बद्रीनाथ धाम पर दिए आपत्तिजनक बयान के बाद संत समाज द्वारा भी कड़ी आपत्ति दर्ज की गई है। भूमापीठाधीश्वर स्वामी अच्युतानंद तीर्थ ने कहा, कि यह मौर्य का अल्प ज्ञान है। उन्होंने कहा, कि विष्णु पुराण में उल्लेख है कि बद्रीनाथ धाम नर-नारायण का स्थान है। महाभारत में भी इसका उल्लेख है। इससे यह सिद्ध होता है, कि सनातन काल से ही यह स्थान हिंदू धर्मस्थल रहा है।
उन्होंने कहा, कि बदरिकाश्रम क्षेत्र में अन्य किसी का प्रवेश वर्जित रहा है, ऐसे में उसे बौद्ध धर्मस्थल बताना सरासर गलत है। बद्रीनाथ धाम के धर्माधिकारी रामकृष्ण थपलियाल के अनुसार, ‘स्कंद पुराण’ में उल्लेख है, बद्रीनाथ धाम में भगवान विष्णु पुरातन काल से विद्यमान है। भक्त यहां समस्त वासनाओं का त्याग कर भगवान नारायण के दर्शन को आते है और उनकी प्रत्येक अभिलाषा पूर्ण भी होती है।
वहीं मौर्य की इस टिप्पणी पर श्रीपंचायती अखाड़ा निरंजनी के सचिव श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने कहा, कि अपनी दल-बदलू और मौकापरस्त सियासत के चलते मौर्य हाशिए पर पहुंच चुके है, इसलिए स्वयं को चर्चा में बनाये रखने के लिए वह यह सब कर रहे हैं। उनकी बेसिर-पैर की बातों पर अधिक ध्यान देने की जरूरत नहीं है।