मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार 9 अगस्त 2023 को सचिवालय स्थित राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र में पहुंचकर उत्तराखंड में अतिवृष्टि के संबंध में अधिकारियों से जानकारी ली। सीएम धामी ने भारी बारिश के दृष्टिगत जिलाधिकारियों सहित SDRF की टीमों को सतर्क रहने के लिए निर्देश दिए है।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा, ”पिछले 24 घंटों से राज्य के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश हुई है। पौड़ी, नैनीताल, उधमसिंह नगर और चंपावत के लिए अगले 24 घंटों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। लोगों को बचाया जा रहा है और सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने कहा, कि एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और स्थानीय टीमें काम कर रही है।
#WATCH | Dehradun: Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami says, "For the last 24 hours there has been heavy rainfall in various parts of the state…Red alert has been issued for Pauri, Nainital, Udham Singh Nagar & Champawat for the next 24 hours. People are being rescued & shifted… pic.twitter.com/42E2xRAFXo
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 9, 2023
सचिवालय स्थित आपदा कंट्रोल रूम से सीएम धामी ने जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग, पौड़ी, नैनीताल एवं ऊधम सिंह नगर से फोन पर वार्ता करते हुए अतिवृष्टि एवं जलभराव की स्थिति से संबंधित जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री द्वारा संबंधित अधिकारियों एवं स्थानीय प्रशासन को सड़क, विद्युत, पेयजल एवं खाद्य आपूर्ति समेत अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं बाधित होने की दशा में तत्काल कार्रवाई कर इनके सुचारू संचालन हेतु निर्देश दिए गए। सीएम धामी ने कहा, हमारी सरकार प्रत्येक परिस्थिति में राज्यवासियों के साथ मजबूती से खड़ी है।
सचिवालय स्थित राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र में पहुंचकर प्रदेश में अतिवृष्टि के सम्बन्ध में अधिकारियों से जानकारी ली। भारी बारिश के दृष्टिगत जिलाधिकारियों सहित SDRF की टीमों को सतर्क रहने के लिए निर्देशित किया।
इस दौरान जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग, पौड़ी, नैनीताल एवं ऊधम सिंह नगर से… pic.twitter.com/UgzPXDKA5d
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) August 9, 2023
बता दें, बीते मंगलवार मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सचिवालय में आपदा की स्थिति की समीक्षा करते हुए कहा, कि आपदा पीड़ितों को खाद्यान्न, दवा, पेयजल आदि की निरंतर आपूर्ति की जाए। उन्होंने कहा, कि इस बात को सुनिश्चित किया जाए, कि जलभराव वाले क्षेत्रों में बिजली के करंट से कोई हादसा ना हो। साथ ही शेल्टर होम में रहने वाले आश्रितों की भी समुचित व्यवस्था की जाये।