मॉनसून सत्र के दौरान लोकसभा में विपक्षी पार्टियों के गठबंधन द्वारा पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव पर गर्मागरम बहस हो रही है। बुधवार 9 अगस्त 2023 को संसद में कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गाँधी की वापसी हुई। राहुल गांधी ने अविश्वास प्रस्ताव पर अपनी बात रखी। राहुल गांधी के सदन में दिए भाषण के एक बयान को लेकर भाजपा उनपर हमलावर हो गई है। इसी क्रम में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी राहुल गांधी पर कटाक्ष किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने बुधवार को लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान अपने संबोधन में भारत जोड़ो यात्रा मणिपुर हिंसा और कई मुद्दों पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, कि आप भारत माता के रखवाले नहीं हो, आप भारत माता के हत्यारे हो। उन्होंने कहा ,कि वो मणिपुर में अपनी माँ की हत्या की बात कर रहे हैं, उनकी माँ की मणिपुर में हत्या की गई है।
राहुल गांधी के इस बयान को लेकर अब राजनीती तेज हो गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस बयान पर कड़ी आपत्ति दर्ज करते हुए राहुल गांधी पर निशाना साधा है। सीएम धामी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर लिखा, “भारत माता की “हत्या” शब्द का प्रयोग कर आज R.A.H.U.L. गांधी ने पूरे देश को शर्मशार करने का काम किया है। ये “शब्द, सोच और स्वप्न” या तो मुगल आक्रांताओं व अंग्रेजों के थे या फिर आज देश तोड़ने के लिए छद्म युद्ध लड़ रहे कांग्रेस के नेतृत्व में “महाठगबंधन” के हैं।”
भारत माता की “हत्या” शब्द का प्रयोग कर आज R.A.H.U.L. गांधी ने पूरे देश को शर्मशार करने का काम किया है।
ये “शब्द, सोच और स्वप्न” या तो मुगल आक्रांताओं व अंग्रेजों के थे या फिर आज देश तोड़ने के लिए छद्म युद्ध लड़ रहे कांग्रेस के नेतृत्व में “महाठगबंधन” के हैं।
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) August 9, 2023
वहीं सदन में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गाँधी के संबोधन का उत्तर देते हुए कहा, कि विपक्ष भारत नहीं है, भारत भ्रष्टाचार नहीं है और विपक्षी नेताओं को याद रखना चाहिए कि अंग्रेजों, वंशवाद और भ्रष्टाचार को ‘क्विट इंडिया’ कहा गया था। केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने याद दिलाया, कि राहुल गाँधी कश्मीर में अपने परिजनों के साथ बर्फ खेल रहे थे, ये इसीलिए संभव हुआ, क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनुच्छेद-370 को निरस्त किया। इस दौरान उन्होंने राहुल गाँधी को महिला विरोधी भी करार दिया।
वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में विपक्षी गठबंधन द्वारा पेश किए गए अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दूसरे दिन 1999 में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया, कि तब एक वोट से सरकार गई थी, लेकिन अटल बिहारी वाजपेयी वापस बहुमत में लौटे। अमित शाह ने कहा, कि वो करोड़ों रुपए लेकर बहुमत खरीदने वाले लोग है, और हम सिद्धांतों के लिए सत्ता छोड़ने वाले लोग है।
अमित शाह ने राहुल गांधी का नाम लिए बगैर कहा, कि कई वर्ष पहले वह बुंदेलखंड में जिस गरीब मां कलावती के घर गए, उनके लिए इनकी सरकार ने कुछ नहीं किया। उस गरीब महिला को घर, बिजली, गैस, अनाज आदि देने का काम नरेंद्र मोदी ने किया। उन्होंने कहा, कि कलावती को भी मोदी जी पर भरोसा है, और वो मोदी जी के साथ खड़ी है।