हिंदी मीडियम बैकग्राउंड से आने वाले छात्रों के लिए धामी सरकार ने ऐतिहासिक निर्णय लिया है। राज्य के स्वास्थ्य एवं शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने बताया, कि अब मध्य प्रदेश की तर्ज पर उत्तराखंड के मेडिकल कॉलेजों में हिंदी में भी एमबीबीएस कोर्स शुरू किये जायेंगे। उन्होंने कहा, कि उत्तराखंड इस महीने राज्य के मेडिकल कॉलेजों में हिंदी में एमबीबीएस पाठ्यक्रम शुरू करने जा रहा है। मध्य प्रदेश के बाद ऐसी पहल करने वाला उत्तराखंड देश का दूसरा राज्य होगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, उत्तराखंड के मेडिकल कॉलेजों में हिंदी भाषा में एमबीबीएस कोर्स शुरू किये जाने के संबंध में स्वास्थ्य एवं शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत ने शुक्रवार (11 अगस्त 2023) को बताया, कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया अगस्त के अंत से पहले उत्तराखंड के मेडिकल कॉलेजों में हिंदी में एमबीबीएस पाठ्यक्रम औपचारिक रूप से शुरू करने के सुझाव पर सहमत हो गए है।
#अब हिन्दी में भी होगी एमबीबीएस की पढ़ाई.@PMOIndia @mansukhmandviya pic.twitter.com/FKkkhmvrWB
— Dr.Dhan Singh Rawat (@drdhansinghuk) August 11, 2023
कैबिनेट मंत्री ने जानकारी दी, हिंदी में पाठ्यक्रमों का सिलेबस राज्य सरकार द्वारा नियुक्त विशेषज्ञ चिकित्सकों की एक कमेटी द्वारा तैयार किया गया है। विशेषज्ञों ने उत्तराखंड मेडिकल कॉलेजों के लिए पाठ्यक्रम को अंतिम रूप देने से पहले मध्य प्रदेश मॉडल का शोध किया था। उन्होंने कहा, कि पाठ्यक्रम एक विशेषज्ञ पैनल द्वारा हेमवती नंदन बहुगुणा चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय को प्रस्तुत किया गया था। विशेषज्ञ पैनल ने इसे शुरू करने के लिए सभी औपचारिकताएं भी पूरी कर ली है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, नए प्रवेश सत्र से छात्रों को राज्य में हिंदी भाषा में एमबीबीएस की पढ़ाई करने का विकल्प मिलना शुरू हो जायेगा। राज्य के उच्च शिक्षा और स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के प्रतिनिधि कुलदीप रावत ने कहा, “रोलआउट के लिए तैयारी पूरी कर ली गई है।” केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया इस महीने के अंत तक इस पाठ्यक्रम का शुभारंभ करेंगे। जिसे उत्तराखंड चिकित्सा शिक्षा विभाग के एक पैनल के विस्तृत शोध के बाद लागू किया जा रहा है।