उत्तराखंड स्थित टिहरी झील में 14 से 17 सितंबर तक होने वाले चार दिवसीय वाटर स्पोर्ट्स का कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने गुरुवार को उद्घाटन किया। कार्यक्रम के दौरान वन मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा, कि कोटी कालोनी में अत्याधुनिक तकनीक से लेस वाटर स्पोर्टस एडवेंचर ट्रेनिंग सेंटर बनाया गया है, इसके साथ ही टीएचडीसी द्वारा कोटेश्वर बांध में अंतरराष्ट्रीय ट्रेनिंग सेंटर बनाया जाना प्रस्तावित है।
एशिया के सबसे ऊंचे टिहरी बांध पर बनी झील में हो रहे वाटर स्पोर्ट्स के उद्घाटन समारोह में कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा, कि जिस तरह राफ्टिंग में जनपद की एक विशिष्ट पहचान है, उससे कई अधिक पहचान कैनोइंग और क्याकिंग में टिहरी का होगा। उन्होंने कहा, टिहरी झील पर्यटन के एक बड़े क्षेत्र के रूप में उभर कर आ रहा है।
इस मोके पर क्षेत्रीय विधायक किशोर उपाध्याय ने कहा, कि टिहरी में जलक्रीड़ा एवं साहसिक खेलों के लिए वातावरण तैयार किया जायेगा, जिससे खिलाड़ी देश-विदेश में जाकर अपनी प्रतिभा का परचम लहरा सके। बता दें, प्रतियोगिता में कयाकिंग एवं कैनोइंग खेलों में देश के कई राज्यों के खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे।
बता दें, टिहरी वॉटर स्पोर्ट्स कप में 14 सितम्बर से 17 सितंबर, 2023 तक ओपन नेशनल कैनोइंग स्प्रिंट सीनियर पुरूष और महिला चौम्पियनशिप और क्वालीफायर स्पर्धाएं आयोजित की जायेंगी। इन स्पर्धाओं में देश के 22 राज्यों से 450 खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं, जिनमें से क्वालीफाई करने वाले प्रतिभागी 37वें राष्ट्रीय खेल गोवा-2023 में प्रतिभाग करेंगे।
गौरतलब है, कि टिहरी झील में दूसरी बार वाटर स्पोर्ट्स का आयोजन किया जा रहा है। ऐसे आयोजनों से राष्ट्रीय स्तर पर टिहरी झील की पहचान बन रही है। साहसिक खेलों के साथ ही पर्यटकों को जल्द टिहरी झील में शिकारा और हाउस बोट के साथ क्रूज भी तैरता हुआ दिखाई देगा। पिछले साल से टिहरी झील में पैरासेलिंग बोट का भी सफल ट्रायल होने के बाद पैरासेलिंग बोट पर्यटकों के लिए एक नया एडवेंचर बन चुका है।