हरियाणा के मेवात स्थित नूहं में 31 जुलाई 2023 को हिंदुओं की शोभायात्रा पर हमले के लिए भीड़ को हिंसा के लिए उकसाने के मामले में पुलिस ने बीते गुरुवार (14 सितंबर 2023) की रात कांग्रेसी विधायक मामन खान को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी से बचने के लिए मामन खान ने उच्च न्यायालय में भी याचिका दाखिल की थी, लेकिन कोर्ट ने उसकी गिरफ्तारी पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नूहं हिंसा मामले की जाँच के लिए गठित SIT ने मामन खान को राजस्थान के जयपुर से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी से बचने के लिए मामन ने 12 सितंबर को पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में अर्जी दायर कर कहा था, कि हिंसा वाले दिन और उससे पहले वह प्रभावित क्षेत्र में नहीं था। साथ ही उसने वरिष्ठ अधिकारियों की देखरेख में SIT जाँच कराने और जाँच पूरी होने तक अपने खिलाफ कार्रवाई पर रोक लगाने की माँग भी की थी।
न्यूज एजेंसी एएनआई के ट्वीट के अनुसार, नूंह हिंसा मामले में गिरफ्तार कांग्रेस विधायक मामन खान को आज शुक्रवार को अदालत में पेश किया जाएगा। मामन खान की कोर्ट में पेशी को लेकर कोर्ट और उसके आसपास की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. चप्पे-चप्पे पर पुलिसबल की तैनाती की गई है। मामन खान की गिरफ्तारी के बाद नूंह जिले में इंटरनेट सेवा को भी बंद कर दिया गया है।
Haryana Congress MLA Mamman Khan arrested by state police, in connection with Nuh violence case: ADGP Mamta Singh
Security heightened outside Nuh District Court, where Mamman Khan will be produced today. pic.twitter.com/FEtjOLxQJt
— ANI (@ANI) September 15, 2023
क्या है मामला
हरियाणा के मेवात के नूहं जिले में 31 जुलाई, 2023 को हिंदू संगठन श्रावण सोमवार पर बृजमंडल जलाभिषेक यात्रा निकाल रहे थे। इसी दौरान घात लगाए बैठे इस्लामिक दंगाइयों ने उन पर अचानक हमला कर दिया था। दंगाइयों ने पत्थरबाजी और आगजनी करते हुए नल्हड़ मंदिर को तीन तरफ से घेरकर फायरिंग शुरू कर दी थी। इस वजह से 1500 से अधिक हिंदू मंदिर के अंदर ही फँस गए थे। आरोप है, कि दंगाइयों ने हिंदुओं को घेरकर उन्हें जान से मारने की योजना बनाई थी।
बता दें, कि मामन खान मेवात की फिरोजपुर झिरका सीट से विधायक है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नूंह हिंसा से पहले मामन खान ने सोशल मीडिया पर एक भड़काऊ पोस्ट लिखा था। वहीं सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखने से पहले भी मामन खान ने हरियाणा विधानसभा में भड़काऊ बयान दिया था।