मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार (18 सितंबर 2023) को राजभवन में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) के अभिभाषणों के संकलन पर आधारित पुस्तक ‘आत्मा के स्वर’ का विमोचन किया। इस अवसर पर सीएम धामी ने कहा, कि आत्मा के स्वर पुस्तक विकल्प रहित संकल्प के साथ हमें राज्य के विकास में निरंतर कार्यरत रहने की भी प्रेरणा प्रदान करेगा।
सीएम पुष्कर सिंह धामी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पोस्ट के माध्यम से जानकारी दी, “राजभवन, देहरादून में माननीय राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से.नि.) जी के अभिभाषणों के संकलन पर आधारित पुस्तक “आत्मा के स्वर” का विमोचन किया। इस पुस्तक में देवभूमि की समृद्ध संस्कृति, सैन्य उपलब्धियां, नारी सशक्तिकरण समेत उत्तराखण्ड के विभिन्न स्थानों की जानकारी भी सम्मिलित है।”
राजभवन, देहरादून में माननीय राज्यपाल @LtGenGurmit (से.नि.) जी के अभिभाषणों के संकलन पर आधारित पुस्तक "आत्मा के स्वर" का विमोचन किया।
इस पुस्तक में देवभूमि की समृद्ध संस्कृति, सैन्य उपलब्धियां, नारी सशक्तिकरण समेत उत्तराखण्ड के विभिन्न स्थानों की जानकारी भी सम्मिलित है। pic.twitter.com/raMRyegFnH
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) September 18, 2023
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ‘आत्मा के स्वर’ पुस्तक राज्यपाल के विभिन्न कार्यक्रमों, उत्सवों, दीक्षान्त समारोह आदि के 108 प्रमुख सम्बोधनों का संकलन है। पुस्तक विमोचन के साथ ही राजभवन में विभिन्न क्रियाकलापों में अपनायी जाने वाली बेस्ट प्रेक्टिसेज पर आधारित लघु फिल्म ‘देवभूमि में कर्तव्य पथ पर दो वर्ष’ को भी प्रदर्शित किया गया। 10 मिनट की इस लघु फिल्म में राज्यपाल के दो वर्षों के कार्यकाल में विभिन्न क्षेत्रों में हुई अभिनव पहलों और कार्यों को प्रदर्शित किया गया है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्यपाल के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा, हम आत्मा का स्वर सुनने की क्षमता अपने भीतर विकसित कर सकते हैं, क्योंकि इसका बीज सभी मनुष्यों में मौजूद होता है। उन्हें लगता है, कि राज्यपाल ने इस पुस्तक का नाम यूं ही ’’आत्मा के स्वर’’ नहीं रखा होगा, आपने अपनी आत्मा के स्वर सुनने के पश्चात, गहन विचार करके, अपने जीवन के तजुर्बों की माला बनाने के लिए एक-एक शब्द के रूप में अपने अनुभवों को इस पुस्तक में पिरोया है।
मुख्यमंत्री धामी ने सभी से एक बार इस पुस्तक को पढ़ने और दूसरों को भी पढ़ने के लिए प्रेरित करने की अपेक्षा की। वे स्वयं भी इस पुस्तक को पढ़ेंगे। सीएम धामी ने कहा, कि राज्यपाल की कार्यशैली एवं अनुशासन हमें प्रेरणा देने का कार्य करती है। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने कहा, कि हमें अपने विचारों और अपने कार्यों को अंकित करना बेहद जरूरी है।
कार्यक्रम के दौरान सचिव राज्यपाल रविनाथ रामन ने उपस्थित लोगों का स्वागत किया। जबकि संयुक्त निदेशक सूचना डॉ. नितिन उपाध्याय ने पुस्तक एवं लघु फिल्म के संबंध में जानकारी दी। इस कार्यक्रम में प्रथम महिला गुरमीत कौर, मेयर सुनील उनियाल गामा, मुख्य सचिव डॉ.एस.एस.संधू, अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी, आनंद वर्द्वन, डीजीपी अशोक कुमार, विधि परामर्शी अमित कुमार सिरोही, अपर सचिव स्वाति एस. भदौरिया, वित्त नियंत्रक डॉ. तृप्ति श्रीवास्तव सहित विश्वविद्यालयों के कुलपतिगण सहित अनेक गण्यमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।