यूपी के प्रयागराज की दो नाबालिग सगी बहनों को नौकरी दिलवाने के नाम पर झांसा देकर खरीद-फरोख्त करने वाले गिरोह का हरिद्वार पुलिस ने पर्दाफाश किया है। पुलिस ने दोनों बहनों को बरामद करते हुए देहरादून की महिला समेत छह आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया गया। एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे मामले का खुलासा किया।
हरिद्वार पुलिस ने एक्स पोस्ट के माध्यम से जानकारी दी, ” Human Trafficking के बड़े खेल का ऐन वक्त पर हरिद्वार पुलिस ने बेपर्दा किया, प्रोस्टीट्यूशन के दलदल की ओर बढ़ रहे नाबालिकों के कदमों पर समय रहते रोक लगाते हुए पुलिस टीम ने मुख्य अभियुक्त को पकड़ने के बाद महिला सहित 05 दलालों को भी दबोचा।”
Human Trafficking के बड़े खेल को ऐन वक्त पर हरिद्वार पुलिस ने किया बेपर्दा
♦️प्रोस्टीट्यूशन के दलदल की ओर बढ़ रहे नाबालिकों के कदमों पर समय रहते लगाई रोक
♦️पुलिस टीम ने मुख्य अभियुक्त को पकड़ने के बाद महिला सहित 05 दलालों को भी दबोचा@uttarakhandcops#UKPoliceStrikeOnCrime pic.twitter.com/nCV5BOBC8a
— Haridwar Police Uttarakhand (@haridwarpolice) September 19, 2023
एसएसपी हरिद्वार ने मीडिया को जानकारी दी, कि रानीपुर कोतवाली क्षेत्र में संजयनगर टिबडी स्थित एक मकान में संदिग्ध गतिविधियां होने की सूचना मिली थी। जिले की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल की टीम ने मकान पर छापा मार कर प्रयागराज की दो नाबालिक लड़कियों को मौके से बरामद कर लिया।
पुलिस की पूछताछ के दौरान जानकारी सामने आई है, कि दोनों नाबालिग लड़कियां आपस में सगी बहनें हैं और कुछ दिन पहले घर से भाग कर दिल्ली आ गई थी। दिल्ली से आरोपित आलोक उन्हें नौकरी दिलाने का झांसा देकर हरिद्वार ले आया और यहां उनकी खरीद फरोख्त की तैयारी चल रही थी।
एसएसपी द्वारा बताया गया, कि मास्टरमाइंड आलोक सहित 6 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। मास्टरमाइंड आलोक की पत्नी की खोज जारी है। दोनों बहनों की गुमशुदगी के संबंध में प्रयागराज में स्वजनों ने रिपोर्ट दर्ज कराई हुई थी। उत्तर प्रदेश पुलिस उनके स्वजनों को लेकर हरिद्वार पहुंच गई है।