मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हरिद्वार दौरे पर आज सुबह सबसे पहले पतंजलि योग ग्राम में योग गुरु बाबा रामदेव से भेंट की। इस मुलाकात के बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान गायत्री तीर्थ शांतिकुंज पहुंचे, जहां उन्होंने शांतिकुंज प्रमुख डॉ प्रणव पंड्या से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। उल्लेखनीय है, कि मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान देवभूमि में संतो व माँ गंगा के दर्शनार्थ पहुंचे है।
गौरतलब है, कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान इन दिनों उत्तराखंड प्रवास पर है। बुधवार (11 अक्टूबर 2023) को उन्होंने परमार्थ निकेतन पहुंचकर स्वामी सदानंद सरस्वती से सहपरिवार भेंट कर उनका आशीर्वाद लिया। परमार्थ निकेतन आगमन पर ऋषि कुमारों ने उनका पुष्प वर्षा व मंगलाचरण के साथ स्वागत एवं अभिनंदन किया। इस दौरान सीएम शिवराज सिंह चौहान बेहद खुश नजर आए।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, कि वह प्रत्येक वर्ष देवभूमि में संतों तथा मां गंगा का आशीर्वाद लेने के लिए आते है। उन्होंने कहा, कि संतों का आशीर्वाद सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। इस बार भी वह मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने पर देवभूमि का आशीष लेने के लिए यहां आए है।
सीएम शिवराज ने कहा, कि आज सायं देवभूमि उत्तराखंड से लौटने के बाद वह भोपाल से अपने चुनाव अभियान का शुभारंभ करेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत वैभवशाली, गौरवशाली, समृद्ध, संपन्न व शक्तिशाली राष्ट्र के निर्माण का महायज्ञ चल रहा है। इस महायज्ञ में हम कैसे अपना अधिकतम योगदान दे सकते हैं, यही भाव मन में है।
बता दें, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बीते सोमवार को देहरादून एयरपोर्ट पर उतरने के बाद ऋषिकेश के निकट बद्रीनाथ मार्ग स्थित होटल आनंद काशी में पहुंचे थे। मंगलवार का दिन मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने गंगा के तट पर एकांत में बिताया।
माँ गंगा भारतीय संस्कृति का पुण्य प्रवाह; यही संस्कृति भौतिकता की अग्नि में दग्ध विश्व मानवता को शाश्वत शांति के पथ का दिग्दर्शन करायेगी। pic.twitter.com/m9UQy883zB
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) October 10, 2023
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने उत्तराखंड की धामी सरकार की नकल विरोधी कानून, सरकारी नौकरियों में महिला आरक्षण, यूनिफॉर्म सिविल कोड, धर्मांतरण कानून, भ्रष्टाचार पर प्रहार जैसे महत्वपूर्ण कदम उठाये जाने पर प्रशंसा की। उन्होंने कहा, कि उत्तराखंड जैसे पर्वतीय राज्य को 2025 तक देश का अग्रणी राज्यों की सूची में शामिल कराने का संकल्प सच्चे जनप्रतिनिधि की पहचान है।