क्रिकेट प्रेमियों के लिए सोमवार (16 अक्टूबर 2023) का दिन बड़ी खुशखबरी लेकर आया है। दरअसल क्रिकेट को 128 वर्षो बाद ओलंपिक में शामिल कर लिया गया है। लॉस एंजिलस में प्रस्तावित ओलंपिक 2028 में क्रिकेट को शामिल किये जाने के निर्णय पर अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने मुहर लगा दी है। मुंबई में आईओसी प्रमुख थॉमस बाख की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस पर अंतिम फैसला लिया गया।
गौरतलब है, कि क्रिकेट को इससे पहले वर्ष 1900 के पेरिस ओलंपिक में खेला गया था। अब 128 साल बाद क्रिकेट के खेल की ओलंपिक में वापसी हुई है। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने सोमवार को ऐलान किया है, कि 2028 लॉस एंजिलिस गेम्स में पांच खेलों को शामिल किया गया है। क्रिकेट और फ्लैग फुटबॉल के अलावा बेसबॉल-सॉफ्टबॉल, लेक्रोसे और स्क्वाश को ओलंपिक खेलों की सूची में स्थान दिया गया है।
क्रिकेट को ओलंपिक कार्यक्रम में शामिल किये जाने से आईओसी को भारतीय प्रसारणकर्ता अधिकारों से 100 मिलियन यूएस डॉलर से अधिक कमाई की उम्मीद है। पुरुष और महिला के लिए ओलंपिक टूर्नामेंट्स में छह टीमें शिरकत करेंगी, जो T-20 प्रारूप से मैच खेलेंगी। बता दें कि 2028 के ओलंपिक गेम्स का आयोजन अमेरिका के लॉस एंजेल्स में होने वाला है।
IOC Session approves @LA28’s proposal for 5⃣ additional sports:
⚾Baseball/🥎softball, 🏏cricket, 🏈flag football, 🥍lacrosse and ⚫squash have been officially included as additional sports on the programme for the Olympic Games Los Angeles 2028. #LA28 pic.twitter.com/y7CLk2UEYx
— The Olympic Games (@Olympics) October 16, 2023
उल्लेखनीय है, कि हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2036 में ओलंपिक खेलों की मेजबानी करने के भारत के इरादों का संकेत देते हुए कहा, कि देश 2036 में खेलों को देश में लाने की की हर संभव कोशिश करेगा। पीएम मोदी ने कहा, ‘भारत 2036 में भारत में ओलंपिक आयोजित करने के अपने प्रयासों में कोई कसर नहीं छोड़ेगा. यह 140 करोड़ भारतीयों का सदियों पुराना सपना है।’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कहा था, कि 2036 के ओलंपिक के आयोजन के लिए भारत तैयार है। ओलंपिक सत्र के अधिवेशन में पीएम मोदी ने कहा, “सबके सामने 140 करोड़ भारतवासियों की भावना ज़रूर रखना चाहूँगा। भारत अपनी धरती पर ओलंपिक के आयोजन के लिए बहुत उत्साहित है। 2036 में भारत में ओलंपिक का सफल आयोजन हो, इसके लिए भारत अपने प्रयासों में कोई कमी नहीं रखेगा।