प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार (31 अक्टूबर 2023) को ‘मेरी माटी मेरा देश’ -अमृत कलश यात्रा के समापन समारोह में प्रतिभाग किया। इस दौरान पीएम मोदी ने देश के विभिन्न स्थानों से लाई गई मिट्टी को एक विशालकाय अमृत कलश में अर्पित किया और उसका तिलक भी माथे पर लगाया। प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली के कर्तव्य पथ पर आयोजित अमृत कलश यात्रा के समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, ‘आज लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर कर्तव्य पथ एक ऐतिहासिक महायज्ञ का साक्षी बन रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इससे पहले प्रधानमंत्री ने एक डिजिटल प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। पीएम मोदी ने युवाओं के लिए मेरा युवा भारत (एमवाई भारत) मंच की शुरुआत की और अमृत महोत्सव स्मारक एवं अमृत वाटिका का वर्चुअली शिलान्यास भी किया। उन्होंने अमृत महोत्सव के दौरान हासिल की गई सफलताओं- चंद्र मिशन, वंदे भारत ट्रेन, देश के विश्व की 5वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने के बारे में अपने संबोधन में उल्लेख किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में कहा, कि आज लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर कर्तव्य पथ एक ऐतिहासिक महायज्ञ का साक्षी बन रहा है। 12 मार्च 2021 को गांधी जी की प्ररेणा से साबरमती आश्रम से शुरू हुआ आजादी का अमृत महोत्सव अब 31 अक्तूबर 2023 आज सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती पर समापन का पल है। उन्होंने कहा, कि 75 साल की ये यात्रा समृद्ध भारत के सपने को साकार करने वाला कालखंड बन रहा है।
पीएम मोदी ने कहा, कि ‘इस महोत्सव का मेरी माटी मेरा देश अभियान के साथ समापन हो रहा है। आज आजादी का अमृत महोत्सव एक याद के लिए स्मारक का शिलान्यास भी हुआ है। ये स्मारक आने वाली पीढ़ियों को हमेशा इस ऐतिहासिक आयोजन की याद दिलाएगी। आज मेरा युवा भारत संगठन, यानि MY भारत की नींव रखी गई है। 21वीं सदी में राष्ट्र निर्माण के लिए मेरा युवा भारत संगठन, बहुत बड़ी भूमिका निभाने वाला है।’
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, कि जब नीयत नेक हो, राष्ट्र प्रथम की भावना सर्वोपरि हो तो नतीजे भी उत्तम से उत्तम मिलते है। इस अमृत महोत्सव के दौरान भारत ने ऐतिहासिक उपलब्धियां हासिल की है। हमें सदी के सबसे बड़े संकट कोरोना काल का सफलतापूर्वक मुकाबला किया।
इसी दौरान हमने विकसित भारत का रोडमैप बनाया। भारत, दुनिया की सबसे बड़ी पांचवीं अर्थव्यवस्था बना। चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग हुई। इस अमृत महोत्सव के दौरान कई बड़े अभूतपूर्व कार्य हुए। आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान देश ने राजपथ से कर्तव्य पथ तक का सफर भी तय कर लिया है। हमने गुलामी के भी अनेक प्रतीकों को हटाया।
बता दें, ‘मेरी माटी-मेरा देश’ अभियान के तहत देश भर में आयोजित ‘अमृत कलश यात्रा’ के समापन कार्यक्रम कर्तव्य पथ पर आयोजित किया गया था। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने देश के विभिन्न हिस्सों से लाई गई मिट्टी को एक विशालकाय अमृत कलश में अर्पित किया और उसका तिलक भी लगाया। राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के प्रतिनिधियों की ओर से ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ की भावना को दर्शाते हुए अलग-अलग स्थानों की मिट्टी दिल्ली लाई गई थी।
Prime Minister Shri @narendramodi participates in the concluding ceremony of #MeriMaatiMeraDesh Amrit Kalash Yatra, in Delhi; applies a teeka on his forehead with the soil. 🙏🏻#AmritMahotsavSamapan pic.twitter.com/O5eCdVslDS
— BJYM (@BJYM) October 31, 2023
कार्यक्रम आजादी का अमृत महोत्सव के समापन समारोह के उपलक्ष्य में किया जा रहा है। केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय की ओर से आयोजित ‘मेरी माटी-मेरा देश’ अभियान देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीरों और वीरांगनाओं को श्रद्धांजलि है। अभियान में 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 2,30,000 से अधिक ‘शिलापट्ट’ निर्मित किए गए।