गुजरात राज्य में स्थित प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग सोमनाथ मंदिर से संबंधित सोमनाथ ट्रस्ट के अध्यक्ष पद के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक बार फिर से पाँच साल के लिए चुना गया है। गुजरात के सोमनाथ मंदिर के ट्रस्ट के पास मंदिर क्षेत्र के निकटवर्ती क्षेत्रों में विकास का दायित्व है। गाँधीनगर में सोमनाथ ट्रस्ट की बैठक के दौरान पीएम मोदी को सर्वसम्मति से अध्यक्ष चुना गया। इस बैठक में ट्रस्ट के अन्य सदस्यों ने भी प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में मंदिर क्षेत्र के विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी को एक फिर से चुने जाने से भगवान शिव के प्रतिष्ठित स्थलों में से एक सोमनाथ मंदिर के विकास की गति को पंख मिलने की उम्मीद जगी है। ट्रस्ट के पास कई महत्वपूर्ण विकास योजनाएँ हैं, जिनमें से एक राम मंदिर का लाइव दर्शन कराना है। इस सुविधा के शुरू होने से सोमनाथ पहुँचने वाले भक्तों को अयोध्या गए बिना भी भगवान राम के लाइव दर्शन प्राप्त कर सकेंगे। इसके अतिरिक्त सोमनाथ ट्रस्ट एक नए गेस्ट हाउस, एक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स और एक पार्किंग का भी निर्माण करा रहा है।
बता दें, कि सोमनाथ ट्रस्ट एक गैर-सरकारी संगठन है, जो गुजरात के सोमनाथ मंदिर और उसके आसपास के क्षेत्र के विकास के लिए भी योगदान करता है। इस ट्रस्ट की स्थापना 1951 में हुई थी। ट्रस्ट के आठ सदस्य होते है, जिनमें से चार सदस्य गुजरात सरकार द्वारा नामित किये जाते जबकि चार सदस्य केंद्र सरकार द्वारा नामित होते हैं। वर्तमान समय सोमनाथ ट्रस्ट के अध्यक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बैठक के बारे में एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट के माध्यम से जानकारी देते हुए लिखा, “गाँधीनगर में श्री सोमनाथ ट्रस्ट की बैठक की अध्यक्षता की। हमने ट्रस्ट के कामकाज से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। समीक्षा की गई, कि हम मंदिर परिसर के लिए नवीनतम तकनीक का लाभ कैसे उठा सकते हैं, ताकि तीर्थयात्रा का अनुभव और भी अधिक यादगार हो। ट्रस्ट की ओर से इको फ्रेंडली तरीके से किए जा रहे कार्यों का भी जायजा लिया।”
Chaired a meeting of the Shree Somnath Trust in Gandhinagar. We discussed various aspects relating to the working of the Trust. Reviewed how we can leverage latest technology for the Temple complex so that the pilgrimage experience will be even more memorable. Also took stock of… pic.twitter.com/A21iyVg1qo
— Narendra Modi (@narendramodi) October 30, 2023
प्राप्त जानकारी के अनुसार, सोमनाथ ट्रस्ट के सदस्यों की नियुक्ति पाँच साल की अवधि के लिए की जाती है। पीएम मोदी के नेतृत्व में सोमनाथ ट्रस्ट को उम्मीद है, कि वह मंदिर को एक विश्व स्तरीय तीर्थस्थल के रूप में स्थापित कर सकेगा। सोमनाथ ट्रस्ट का उद्देश्य सोमनाथ मंदिर को एक विश्व स्तरीय तीर्थस्थल बनाना है।
उल्लेखनीय है, कि भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग माने गए हैं, जिनका वर्णन शिवपुराण में भी किया गया है। 12 ज्योतिर्लिंग में गुजरात के सोमनाथ मंदिर का प्रथम स्थान माना गया है, भगवान शिव का यह ज्योतिर्लिंग गुजरात राज्य के काठियावाड़ क्षेत्र में समुद्र तट स्थित, वेरावल बंदगाह के निकट स्थित है। इसकी दिव्य महिमा महाभारत, श्रीमद्भागवत, स्कन्द पुराण और ऋग्वेद में वर्णित है। सोमनाथ मंदिर असंख्य भक्तों की आस्था का केंद्र है। मान्यता के अनुसार, इसका निर्माण स्वयं चंद्रदेव ने किया था।