सोशल मीडिया पर अभिनेत्री रश्मिका मंदाना का एक डीप फेक वीडियो खूब वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक स्विमसूट पहनी हुई एक युवती लिफ्ट के भीतर घुसती है। जिसने भी इस वीडियो को देखा, उसे ऐसा ही लगा, कि ये अभिनेत्री रश्मिका मंदाना है। दरअसल, ये किसी और लड़की का वीडियो है, पर एडिटिंग करके इसमें रश्मिका का चेहरा लगा दिया गया है।
तेलुगु फिल्म ‘पुष्पा’ में अल्लू अर्जुन के साथ नजर आने वाली अभिनेत्री रश्मिका मंदाना ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट जरिये कहा, मुझे ये शेयर करते हुए बहुत तकलीफ हो रही है, कि मेरी जो डीपफेक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, उसने मुझे आहत किया है। इस तरह की चीजें सच कहूं तो मेरे लिए बहुत खतरनाक है। मैं डरी हुई हूं, पर मुझे हैरत इस बात पर हो रही है, कि लोग किस तरह तकनीक का गलत इस्तेमाल कर रहे है।
I feel really hurt to share this and have to talk about the deepfake video of me being spread online.
Something like this is honestly, extremely scary not only for me, but also for each one of us who today is vulnerable to so much harm because of how technology is being misused.…
— Rashmika Mandanna (@iamRashmika) November 6, 2023
प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस डीपफेक वायरल वीडियो में जो युवती नजर आ रही है उसका नाम जारा पटेल बताया जा रहा है। डीपफेक नामक AI (आर्टिफिसियल इंटेलिजेंस) तकनीक का इस्तेमाल कर इस युवती को हूबहू रश्मिका मंदाना की तरह बना दिया गया है। जारा पटेल एक ब्रिटिश-इंडियन इन्फ्लुएंसर हैं, जो अक्सर अंतरंग वस्त्रों में तस्वीरें और वीडियो अपलोड करती रहती है। इंस्टाग्राम पर उनके 4.32 लाख फॉलोवर्स है, और वो पेशे से एक डेटा इंजीनियर है।
उल्लेखनीय है, कि अमिताभ बच्चन ने भी इस वीडियो का संज्ञान लेते हुए कानूनी कार्रवाई की बात कही है। वहीं केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं टेक्नोलॉजी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने भी इस वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार इंटरनेट का इस्तेमाल कर रहे सभी डिजिटल नागरिकों की सुरक्षा एवं भरोसे को सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है।
PM @narendramodi ji's Govt is committed to ensuring Safety and Trust of all DigitalNagriks using Internet
Under the IT rules notified in April, 2023 – it is a legal obligation for platforms to
➡️ensure no misinformation is posted by any user AND
➡️ensure that when reported by… https://t.co/IlLlKEOjtd
— Rajeev Chandrasekhar 🇮🇳 (@Rajeev_GoI) November 6, 2023
केंद्रीय मंत्री ने कहा, “अप्रैल 2023 में जिन आईटी नियमों की अधिसूचना जारी की गई थी, उसके अंतर्गत सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इसके लिए कानूनी रूप से बाध्य है, कि किसी भी यूजर द्वारा कोई गलत सूचना न शेयर की जाए। साथ ही यूजर या सरकार द्वारा सूचित किए जाने के 36 घंटों के भीतर उन्हें भ्रामक सूचनाओं को हटाना है। यदि वे ऐसा नहीं करते है, तो नियम-7 के तहत उन्हें अदालत में घसीटा जा सकता है। डीप फेक गलत सूचनाओं का नवीन और घातक चलन है, जिससे निपटना पड़ेगा।”
गौरतलब है, कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) जैसी घातक तकनीक बहुत तेज गति से आगे बढ़ रही है। दुनिया भर में डीपफेक बेहद तेजी से फैल रहा है। दरअसल डीपफेक शब्द ‘Deep Learning’ और ‘Fake’ के गठजोड़ से मिलकर बना है। डीप फेक तकनीक की सहायता से किसी दूसरे की तस्वीर या वीडियो पर किसी सेलिब्रिटी वीडियो के फेस के साथ फेस स्वैप कर दिया जाता है। ये देखने में बिलकुल असली वीडियो या इमेज की तरह दिखती है।