उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले का नाम बदलकर हरिगढ़ करने की कोशिशें तेज हो चुकी है। जिले के सभी पार्षदों ने इस बेहद महत्वपूर्ण बदलाव के लिए अपनी सहमति प्रकट कर दी है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, महापौर के माध्यम से अब यह प्रस्ताव प्रशासन को अंतिम निर्णय के लिए भेजा जाएगा। अलीगढ़ के जनप्रतिनिधियों ने यह निर्णय सोमवार (6 नवम्बर, 2023) को लिया गया है।
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए अलीगढ़ के महापौर प्रशांत सिंघल ने बताया, कि इस माँग को सोमवार को हुई बैठक में पार्षद संजय पंडित द्वारा उठाया गया था। संजय ने इसका एक प्रस्ताव भी बैठक में प्रस्तुत किया। अलीगढ़ को हरिगढ़ करने की माँग वाले इस प्रस्ताव को सभी पार्षदों ने सर्वसम्मति से स्वीकार भी कर लिया। महापौर के अनुसार, अब इस प्रस्ताव पर शासन के अंतिम निर्णय की प्रतीक्षा है।
#WATCH अलीगढ़, उत्तर प्रदेश: नगर निगम की बैठक में अलीगढ़ का नाम बदल कर हरिगढ़ करने के प्रस्ताव को मंजूरी मिलने पर महापौर प्रशांत सिंघल ने कहा, "कल बैठक में एक पार्षद संजय पंडित द्वारा एक प्रस्ताव अलीगढ़ को हरिगढ़ करने का रखा गया। जिसको सर्वसम्मति से सभी पार्षदों ने पास करा दिया।… pic.twitter.com/1qW6vnskoY
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 7, 2023
अलीगढ़ के महापौर प्रशांत सिंघल ने आगे कहा, “हमारी पुरानी सभ्यता, संस्कृति और सनातन धर्म की परंपरा रही है, उसको ही आगे बढ़ाते हुए हम सब जनप्रतिनधियों ने यह माँग उठाई है।” महापौर ने सकारात्मकता का भाव प्रकट करते हुए कहा, कि शासन इस माँग को स्वीकार करके अलीगढ़ का नाम हरिगढ़ रखेगा।
गौरतलब है, कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार इससे पहले भी कई महत्वपूर्ण स्थानों का नामकरण उनके प्राचीन वैदिक नामों से कर चुकी है। इसमें इलाहाबाद को प्रयागराज और फैज़ाबाद को अयोध्या का दिया गया नाम मुख्य है। दरअसल हिंदू संगठन लंबे वक्त से अलीगढ़ नाम बदल कर हरिगढ़ रखने की माँग करते रहे है।