देहरादून के रिलायंस ज्वेलरी शोरूम में हुई 20 करोड़ की डकैती की घटना से हर कोई दहशत में है। राज्य स्थापना दिवस और वीवीआईपी मूवमेंट के चलते कड़े सुरक्षा घेरे के बावजूद हुई इस डकैती की घटना पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सख्त रुख अपनाते हुए पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह को जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर तलब किया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दोनों वरिष्ठ अधिकारियों को जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर तलब कर घटना का तत्काल पर्दाफाश करने के निर्देश दिए। सीएम धामी ने कहा, कि वारदात में जिन भी अपराधियों एवं गिरोह का हाथ है, उन्हें जल्द से जल्द पकड़ कर सलाखों के पीछे पहुंचाया जाए। उन्होंने आगाह किया, कि कानून व्यवस्था में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सीएम धामी ने कहा, कि इस बात की भी गहनता से जाँच की जानी चाहिए, कि राज्य स्थापना दिवस और उस पर देहरादून में वीवीआईपी मूवमेंट के कारण कड़े सुरक्षा घेरे के बावजूद वारदात कैसे घटित हुई? कहां कमी रह गई? भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो यह भी सुनिश्चित किया जाए।
बात दें, मुख्यमंत्री धामी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को दिल्ली के लिए विदा करने जौलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचे थे। सीएम धामी ने एयरपोर्ट पर ही पुलिस अधिकारियों के साथ डकैती की घटना पर समीक्षा की। सीएम धामी ने घटना पर चिंता जाहिर करते हुए कहा, कि शांतप्रिय माने जाने वाले उत्तराखंड में इस तरह की घटना कानून व्यवस्था के लिए एक चुनौती है। मुख्यमंत्री धामी ने दोनों अधिकारियों को निर्देश दिए, कि वे ऐसे उपाय करें ताकि कानून व्यवस्था से खिलवाड़ करने की भविष्य में कोई सोच भी न सके।
डकैती की वारदात को लेकर पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने शुक्रवार को एसएसपी अजय कुमार व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। एसएसपी ने पुलिस महानिदेशक को जानकारी दी, कि बिहार के सुबोध गैंग ने पूर्व में इस प्रकार बंगाल, महाराष्ट्र और हरियाणा में रिलायंस के ज्वेलरी शो रूम में वारदात को अंजाम दिया है। अपराधियों की धरपकड़ के लिए टीमें गठित की गई है।
उल्लेखनीय है, कि राजधानी देहरादून के व्यस्ततम इलाके में दिन दहाड़े रिलायंस के ज्वैलरी शोरूम में हुई डकैती ने प्रदेश भर में पुलिस की भूमिका को सवालों के कटघरे में लाकर खड़ा कर दिया है। राष्ट्रपति के दौरे के बीच हुई यह घटना इसलिए भी बेहद चिंता का विषय है,क्योंकि देहरादून पुलिस पिछले तीन दिनों से चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद होने का दावा कर रही थी।
बता दें, उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस पर राष्ट्रपति के कार्यक्रम के मद्देनजर पड़ोसी जिलों की पुलिस भी देहरादून में तैनात की गई थी और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है, कि वारदात ऐसे स्थान पर हुई है, जो सचिवालय और पुलिस मुख्यालय से महज 500 मीटर के दायरे में है। इससे यह स्पष्ट है, कि बदमाश पहले से ही पूरी तैयारी किए हुए बैठे थे।