देहरादून राजपुर रोड स्थित रिलायंस ज्वैलरी शोरूम में बीते गुरुवार को हुई लगभग 20 करोड़ की डकैती में तीन दिन बाद भी पुलिस के हाथ खाली है। हालांकि पुलिस बदमाशों के बारे में काफी इनपुट मिलने का दावा कर रही है। राष्ट्रपति की देहरादून यात्रा के दौरान हुई इस डकैती को लेकर एक राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी ने इसे सुरक्षा में भारी चूक बताया है। सूत्रों की माने, तो एजेंसी की ओर से शासन को इस संबंध में पत्र भी भेजा गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, राष्ट्रपति के दौरे के दौरान दिन-दहाड़े हुई डकैती की घटना को लेकर राज्य सरकार ही नहीं केंद्रीय गृह मंत्रालय भी काफी सख्त है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, राष्ट्रपति के दौरे के दौरान पूरी सुरक्षा व्यवस्था ब्लू बुक के अनुसार तय होती है। इस दौरान परिंदा भी पर नहीं मार सकता है, तो ऐसे में शहर में डकैत गिरोह कैसे खुलेआम घूम रहा था। एजेंसी की रिपोर्ट के बाद पुलिस विभाग में भी हड़कंप मचा हुआ है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, राष्ट्रपति की यात्रा को लेकर पिछले कुछ दिनों से दून पुलिस अलर्ट मोड पर थी। राष्ट्रपति की सुरक्षा में देहरादून ही नहीं बल्कि अन्य जनपदों से भी अधिकारियों व कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी। इसके बावजूद भी शहर में डकैतों का घुसना और बेखौफ डकैती डालना पुलिस सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है, क्योंकि पुलिस ने जहां राष्ट्रपति का दौरा था, वहां तो पूरी फोर्स लगा दी, किंतु बाकी शहर को भगवान के भरोसे छोड़ दिया, हालांकि फिलहाल अधिकारी इस पर टिप्पणी करने से बच रहे है।
वहीं ज्वेलरी शोरूम में डकैती को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की नाराजगी भी बढ़ती जा रही है। सीएम धामी ने लगातार दूसरे दिन देहरादून के एसएसपी अजय सिंह को तलब किया। लगभग एक घंटे मुख्यमंत्री आवास पर चली बैठक में मुख्यमंत्री ने घटना की जानकारी लेते हुए जल्द ही मामले का पर्दाफाश करने के निर्देश दिए। इस दौरान पुलिस के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।
सीएम आवास में बैठक के बाद एसएसपी अजय सिंह ने बीते शनिवार को पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की। सभी क्षेत्राधिकारियों को टास्क देकर पुलिस टीमों को अलग-अलग स्थानों के लिए रवाना किया गया। एसएसपी ने हर तथ्य की जांच गहनता से करने को कहा है। बैठक में पुलिस अधीक्षक क्षेत्राधिकारी और एसटीएफ की टीम भी मौजूद रही।
एसएसपी अजय सिंह ने बताया, कि जांच में पता चला है, कि बदमाश 6 नवंबर को हरिद्वार में खड़खड़ी स्थित अनिल गेस्ट हाउस में रुके थे। गेस्ट हाउस में बदमाशों ने पहचान पत्र के तौर पर आधार कार्ड की कॉपी जमा कराई थी, जिन्हें कब्जे में लिया गया है। हालांकि जांच में सभी आधार कार्ड फर्जी पाए गए है।
एसएसपी द्वारा यह भी बताया गया, कि डकैती से दो दिन पहले करोड़ों रुपए के आभूषण शोरूम में पहुंच गए थे। इसकी जानकारी शोरूम के स्टाफ या फिर कंपनी को थी। डकैतों तक यह सूचना किस प्रकार पहुंची, यह भी जांच का विषय है। इसलिए शोरूम में आभूषण की आपूर्ति करने वाली कंपनी के साथ स्टाफ की भूमिका भी संदेह के घेरे में है।
अभी तक की पुलिस जांच में यह भी सामने आया है, कि बदमाशों का नेटवर्क बंगाल, बिहार और नेपाल तक फैला हुआ है। घटना के संबंध में देहरादून व अन्य राज्यों से पुलिस को महत्वपूर्ण सीसीटीवी फुटेज मिले है। जिनके बारे में जानकारी जुटाने के लिए टीमें रवाना की गई है। जांच के दौरान यह भी पता चला है, कि बदमाशों ने घटना से पूर्व महीनों तक शोरूम की रेकी की थी।