एलएसी पर तनावपूर्ण हालात में तीसरी बार चीन को भारतीय सेना से पराजय का सामना करना पड़ा है। बीते सोमवार शाम पैंगोंग झील के दक्षिण किनारे पर चीन के सैनिकों को भारत सेना के जवानो द्वारा खदेड़ कर करारा जवाब दिया।
अब भारतीय सेना की ओर से पूरी घटना पर प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा गया है कि भारत एक ओर जहां एलएसी पर तनाव कम करने की कोशिश में प्रयासरत है। वही चीन आगे बढ़ने के लिए उकसावे की गतिविधियां कर रहा है।
जानकारी के अनुसार पैंगोग झील के दक्षिणी छोर पर शेनपाओ पहाड़ी के पास चीन ने घुसपैठ की कोशिश की लेकिन पहले से ही सजग भारतीय सेना के जवानो ने चीनी सेना की इस हरकत को नाकाम कर दिया। भारतीय सेना ने वॉर्निंग शॉट फायर करके चीन के सैनिकों को खदेड़ दिया।
घटना सोमवार शाम 5:30 से शाम 6:30 के बीच बताई जा रही है। सूत्रों के अनुसार 25-50 चीन के सैनिकों ने रेज़ांग ला के उत्तर की तरफ बढ़ना शुरू किया। भारतीय इलाके में चीन के सैनिक आगे बढ़े थे। अब कुटिल चीन भारत पर उल्टा उकसावे की कार्रवाई का आरोप लगा रहा है।
चीन के आरोपों पर भारतीय सेना ने कहा है कि किसी भी स्तर पर भारतीय सेना ने एलएसी पार नहीं किया और फायरिंग सहित किसी भी प्रकार की आक्रामकता का प्रयोग नहीं किया है। चीनी सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) सैन्य और राजनयिक पर बातचीत के बीच समझौते का उल्लंघन कर आक्रमक युद्धाभ्यास कर रहा है।
गौरतलब है की ये पहली बार नहीं है जब भारतीय सेना के जवानो ने चीन का घमंड चूर चूर कर है। 15 जून को गलवान घाटी हिंसा में भी चीनी सेना को अपने दुःसाहस पर बड़ा नुकसान उठाना पड़ा था। चीन के साथ रिश्तों पर भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा है कि सीमा की स्थिति संबंधों की स्थिति से अलग नहीं है।