चारधाम ऑलवेदर परियोजना की सिलक्यारा सुरंग में फंसे 41 श्रमिकों की जिंदगी बचाने के लिए बचाव अभियान चल रहा है। टनल रेक्सू अभियान के बीच एकाएक सुरंग के मुख्य गेट पर दीवार पर एक आकृति कुछ इस प्रकार से बनी, जिसे देखकर लोगो ने इसे भोले शंकर की छवि मानते हुए हाथ जोड़कर प्रार्थना कर रहे है। सुरंग के मुहाने के पास स्थापित किए गए बाबा बौखनाग के मंदिर की पहाड़ी पर उभरी आकृति चर्चा का विषय बनी हुई है।
सोशल मीडिया में वायरल वीडियो में नजर आ रहा है, चट्टान पर यह आकृति देवता के रूप में उभरी है। पानी के रिसाव से उभरी आकृति भगवान शिव का आभास करा रही है। आकृति के हाथ में कोई शस्त्र या कोई अन्य दिव्य वस्तु है। बता दें, इस स्थान पर एक मंदिर भी निर्मित किया गया है, जहा बाबा बौखाल की डोली भी लाई गई थी। हालाँकि कुछ देर के बाद ये आकृति तो हट गई, लेकिन लोग इसे शुभ संकेत मानते हुए जल्द अभियान के सकुशल सम्पन्न होने की कामना कर रहे है।
प्रातः केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह (सेवानिवृत्त) द्वारा भी सिल्क्यारा सुरंग के मुख्य गेट के पास बने मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसके साथ ही सिलक्यारा सुरंग के गेट के पास बौखनाग देवता मंदिर में मजदूरों की सलामती के लिए पुरोहित ने लगभग दो घंटे पूजा-अर्चना की।
#WATCH | Union Minister General VK Singh (Retd) offers prayers at the temple built near the mouth of Silkyara tunnel in Uttarkashi
After the failure of the Auger machine, vertical drilling from the top of the tunnel to reach the 41 trapped workers started yesterday. pic.twitter.com/EtkKDrjCX8
— ANI (@ANI) November 27, 2023
बता दें, ऑगर मशीन की विफलता के बाद, फंसे हुए 41 श्रमिकों तक पहुंचने के लिए सुरंग के ऊपर से ड्रिलिंग शुरू हुई थी। इसमें रैट माइनर की टीम के साथ सेना इंजीनियरिंग रेजीमेंट भी सहयोग करेगी। बीआरओ के फार्मर इंजीनियरिंग चीफ लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह ने कहा कि अगर कोई बाधा नहीं आई तो, 24 से 36 घंटे के अंतराल में सुरंग में फंसे श्रमिकों का सकुशल रेस्क्यू किया जाएगा।