उत्तराखंड पुलिस को नया मुखिया मिल गया है। पूर्व डीजीपी अशोक कुमार ने नवनियुक्त डीजीपी अभिनव कुमार को गुरुवार 30 नवंबर 2023 को पुलिस मुख्यालय में चार्ज सौंपा। 1996 बैच के आईपीएस अधिकारी अभिनव कुमार की छवि एक तेज तर्रार अधिकारी के तौर पर है। पूर्व डीजीपी अशोक कुमार ने पारंपरिक रूप से पुलिस बैटन सौंपकर कहा, कि उत्तराखंड पुलिस अब सक्षम हाथों में है।
निवर्तमान डीजीपी की विदाई के बाद नवनियुक्त डीजीपी अभिनव कुमार ने मीडिया कर्मियों से बातचीत की और अपनी प्राथमिकताओं के बारे में जानकारी देते हुए कहा, कि पुलिस मुखिया होने के नाते अपराध नियंत्रण और कानून व्यवस्था बनाए रखना उनकी प्राथमिकता होगी। प्रदेश में जघन्य अपराध से भी बड़ी समस्या ट्रैफिक की है। इसके लिए नए प्लान पर काम किया जाएगा।
श्री अभिनव कुमार Sir द्वारा आज पुलिस महानिदेशक, उत्तराखण्ड के रूप में कार्यभार ग्रहण किया गया।#UttarakhandPolice @abhikr31873 pic.twitter.com/5eHJ8OEGts
— Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) November 30, 2023
रिपोर्ट्स के अनुसार, डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा, कि हर किसी की कार्य करने की शैली होती है। वह जिला पुलिस को काम करने की पूरी आजादी देंगे। किसी भी प्रकार से उनके सही कार्य में हस्तक्षेप नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा, राज्य में ट्रैफिक, ड्रग्स और साइबर अपराध बड़ी चुनौतियां है, लेकिन बेहतर प्लानिंग से इन सबसे भी पार पाया जाएगा। पुलिस का नारा मित्र पुलिस का जरूर है, लेकिन अपराधियों के लिए यह पुलिस काल साबित होगी।
डीजीपी अभिनव कुमार ने कहा, पुलिस ऐसा विभाग होता है जिसे नई चुनौतियों के साथ-साथ पुरानी से भी दो-चार होना पड़ता है। मसलन, अपराधियों के तौर-तरीके बदल गए हैं, और अब वे घर बैठे अपराध कर रहे है, इससे निपटने के लिए पुलिस को भी एडवांस होने की जरूरत है। उन्होंने कहा, कि महिला अपराध भी एक बड़ी चुनौती है। अंकिता भंडारी हत्याकांड का जिक्र करते हुए डीजीपी ने कहा, कि प्रदेश में ऐसी स्थिति दोबारा न आए इसके लिए विशेष कार्ययोजना बनाई जाएगी। पुलिस को कांस्टेबल स्तर से ही नई तरह से ट्रेनिंग दी जाएगी।
गौरतलब है, कि 2020 में जिस वक्त पूरा देश वैश्विक कोरोना महामारी से जूझ रहा था, उस समय आईपीएस अशोक कुमार ने बतौर उत्तराखंड डीजीपी का दायित्व संभाला था। डीजीपी की जिम्मेदारी सभांलते ही उन्होंने कानून व्यवस्था को लेकर कई महत्वपूर्ण कदम उठाए थे। अब कमान आईपीएस अभिनव कुमार के हाथों में होंगी, हालांकि फिलहाल उन्हें कार्यवाहक डीजीपी बनाया गया है।