छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव 2023 के जनादेश ने बीते रविवार को अगली सरकार की तस्वीर साफ़ कर दी है। बीजेपी ने छत्तीसगढ़ में 54 सीटों पर जीत दर्ज करते हुए कांग्रेस को सिर्फ 35 सीटों तक समेटकर रख दिया है। हालाँकि छत्तीसगढ़ राज्य में कांग्रेस को बेहद मजबूत माना जा रहा था, लेकिन भाजपा ने बड़ा उलटफेर करते हुए भूपेश बघेल की सरकार को छत्तीसगढ़ से उखाड़ फेंका है।
गौरतलब है, कि छत्तीसगढ़ की साजा विधानसभा सीट पर कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता और आठ बार के विधायक रविंद्र चौबे को हार का सामना करना पड़ा है। वहीं दिलचस्प बात ये रही, कि रविंद्र चौबे को जिस बीजेपी प्रत्याशी से हार मिली, उन्होंने इससे पूर्व कोई भी चुनाव नहीं लड़ा था। दरअसल दूसरे मजहब से हिंसक झड़प में ईश्वर साहू के बेटे की हत्या कर दी गई थी। इससे स्थानीय जनता में आक्रोश था। जनभावनाओं को देखते हुए भाजपा ने ईश्वर को टिकट दिया था।
मोर साजा विधानसभा क्षेत्र के देवतुल्य जनता ला प्रणाम।
श्री ईश्वर साहू जी
साजा विधायक
भाजपा छत्तीसगढ़ pic.twitter.com/nQ14bA6dHg— BJP Chhattisgarh (@BJP4CGState) December 4, 2023
बता दें, कि 8 अप्रैल 2023 को छत्तीसगढ़ के बेमेतरा जिले के बिरनपुर गांव में अलग-अलग समुदाय के 2 स्कूली बच्चों की साइकिल टकरा गई थी। इस मामूली विवाद में आक्रोशित मुस्लिम भीड़ ने हिंदू छात्र के परिजनों और समर्थकों पर तलवार से हमला किया था। हमले का आरोप अब्दुल, अकबर, इस्माइल समेत 11 आरोपितों पर लगा था। इस भीड़ द्वारा हुए हमले की चपेट में आकर भुनेश्वर साहू की हत्या हो गई थी। इस विवाद में तीन पुलिसकर्मियों समेत करीब 1 दर्जन लोग घायल हुए थे।
भाजपा की इस जीत को बड़ी रणनीतिक सफलता के रूप में देखा जा रहा है। ईश्वर साहू ने कुल 101789 वोट हासिल कर पूर्व मंत्री रविंद्र चौबे को 5196 वोटों से पराजित किया है। राजनीतिक विशेषज्ञ इस बारे में कहते है, कि ईश्वर साहू भावनात्मक ढंग से इस चुनाव में लड़े थे। इस सीट पर करीब 60 हजार साहू वोटर हैं। वह निर्णायक होते रहे है।