जापान की एक कंपनी ने गाय के गोबर से बने ईंधन से रॉकेट इंजन को चलाने में कामयाबी पाई है। गोबर ईंधन से चलाये जा रहे रॉकेट टेस्टिंग के दौरान ना केवल शुरू हुआ बल्कि इसने जमीन के समानांतर लगभग 15 मीटर की दूरी तक आग की लपटें भी निकली। बताया जा रहा है, कि अब इसे विकसित करने वाली कंपनी और भी बड़ा रॉकेट बनाने की तैयारी कर रही है।
वेबसाइट बैरन की रिपोर्ट्स के अनुसार, जापान के एक स्पेस स्टार्टअप इंटरस्टेलर टेक्नोलॉजीस (Interstellar Technologies) कंपनी ने ये कारनामा करके दिखाया है। इसकी प्रायोगिक परिक्षण जापान के ताईकी शहर में की गई। इस दौरान रॉकेट के इंजन से तेज नीली-ऑरेंज आग निकली। आग की तीव्रता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है, कि जमीन के समानांतर लगभग 10-15 मीटर की दूरी तक इसकी लपटें निकली।
रिपोर्ट के अनुसार, रॉकेट की प्रायोगिक टेस्टिंग के दौरान बायोमीथेन ईंधन का इस्तेमाल किया गया था। इसे पूरी तरह से गाय के गोबर से विकसित किया गया था। इस गोबर को स्थानीय गायपालकों से खरीदा गया था और फिर उससे गैस तैयार की गई, जिससे यह ईंधन तैयार किया गया।
इंटरस्टेलर टेक्नोलॉजीस के सीईओ ताकाहिरो इनागावा ने इस सफल प्रयोग पर कहा, “हम यह सिर्फ इसलिए नहीं कर रहे, क्योंकि यह पर्यावरण के लिए लाभकारी है, बल्कि इसलिए भी कर रहे है, क्योंकि यह स्थानीय स्तर पर तैयार किया जा सकता है। उन्होंने कहा, गाय का गोबर सस्ता, शुद्ध और साफ है। ताकाहिरो ने कहा, कि हम यह तो नहीं कह सकते, कि यह विधि पूरी दुनिया में बड़े स्तर पर अपनाई जाएगी, लेकिन हम पहली ऐसी निजी कंपनी है, जो गाय के गोबर से तैयार ईंधन का इस्तेमाल कर रहे है।”
प्राप्त जानकारी के अनुसार, रॉकेट तकनीक में गोबर का उपयोग होने से वे किसान भी प्रसन्न है, जिनके पशुफार्म से यह गोबर लिया गया था। पशुपालको का कहना है, कि कंपनी द्वारा ली गई गोबर गैस से रॉकेट को उड़ता देखना बेहद सुखद होगा। स्थानीय किसानों ने जापान सरकार से इस विषय में जरुरी कदम उठाने की मांग की है।