हाल ही में छह हजार फीट की ऊंचाई वाले इलाके में बाघ देखे जाने की घटना के बाद वन विभाग के साथ ही स्थानीय निवासी भी बेहद हैरान थे। उच्च हिमालयी क्षेत्रों में बाघ के देखे जाने की संभावना को वन विभाग नामुमकिन बता रहा था, लेकिन घटना के तीन बाद ही एक बार फिर बाघ नजर आया है। इस दफा बाघ सात हजार फीट की ऊंचाई पर दिखाई दिया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जागेश्वर के शौकियाथल में छह हजार फुट की ऊंचाई पर बाघ नजर आने के ठीक तीन दिन बाद अल्मोड़ा जिले के सात हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित बिनसर में फिर बाघ नजर आया है। बिनसर में बाघ की चहलकदमी को स्वयं डीएफओ ने अपने कैमरे में कैद किया है। जिसके बाद ये स्पष्ट हो गया है, कि क्षेत्र में बाघ सक्रिय है।
गौरतलब है, कि संभवतः पहली बार उत्तराखंड में बाघ की इतनी ठंड वाले इलाके में सक्रियता से वन विभाग भी हैरान है। बता दें कि तीन दिन पहले अल्मोड़ा जिले के जागेश्वर के शौकियाथल क्षेत्र में बाघ नजर आया था। जिसका वीडियो स्थानीय युवकों द्वारा बनाया गया था, लेकिन तब वन विभाग ने बाघ होने की बात को नामुमकिन बताया था, लेकिन एक बार जब फिर से बिनसर में बाघ नजर आया है, उसके बाद से विभाग हैरत में पड़ गया है।
वहीं एक ओर जहां बाघ की सक्रियता से वन विभाग हैरान है, तो वहीं दूसरी तरफ स्थानीय निवासियों के बीच दहशत का माहौल है। वन विभाग ने सावधानी बरतते हुए जागेश्वर, कनारीछीना, बिनसर, ताकुला क्षेत्र के बीस से अधिक गांवों में ग्रामीणों की सुरक्षा के मद्देनजर अलर्ट जारी कर दिया है। हालांकि, वन विभाग का कहना है, कि जागेश्वर और बिनसर में नजर आने वाला बाघ एक ही है।