पर्वतीय राज्य उत्तराखंड में बारिश नहीं होने के कारण पड़ रही सूखी ठंड के कहर से पहाड़ी क्षेत्रों से लेकर मैदान इलाकों तक लोगों की मुश्किलें बढ़ गई है। मौसम विभाग के अनुसार, 22 दिसंबर तक मौसम सामान्य बना रहेगा, जबकि शनिवार 23 दिसंबर से कुछ जिलों में कहीं-कहीं हल्की से हल्की बारिश होने की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, उत्तराखंड में मौासम का मिजाज जल्द बदलने वाला है। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के चलते राज्य में 22 दिसंबर से मौसम में बड़ा बदलाव आ सकता है। मौसम विभाग द्वारा इस दौरान पहाड़ों में हिमपात, वर्षा और मैदानी इलाकों में बारिश और ठंड का पूर्वानुमान जारी किया गया है।
Forecast/warning for Uttarakhand issued on 21.12.2023 pic.twitter.com/aIzI7NJsC0
— Meteorological Centre Dehradun (@mcdehradun) December 21, 2023
उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग, पिथौरागढ़ और बागेश्वर में 22 दिसंबर को बारिश होने का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है, इस दौरान उच्च पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार, मौसम के बदलते पैटर्न के चलते बीते साल से विंटर बारिश के आंकड़ों में कमी दर्ज की गई है। जिसके चलते सूखी ठंड लोगों को परेशान कर रही है। बारिश न होने के कारण पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी भी नहीं हो रही है।
17 दिसंबर तक प्रदेश भर में 4.4 एमएम बारिश हुई जबकि अब तक 8.2 एमएम बारिश होनी चाहिए थी। पर्वतीय क्षेत्रों में चटख धूप खिलने से दिन के वक्त भले ही थोड़ी राहत मिल रही है, लेकिन सुबह और शाम के समय कड़ाके की ठंड पड़ रही है। वहीं ऊंचाई वाले क्षेत्र में सड़को में पाला गिरने के कारण वाहन चालकों को सबसे अधिक दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह के अनुसार, विंटर बारिश न होने की वजह से पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी नहीं हो पा रही है। सूखी ठंड पड़ने की वजह विंटर बारिश का ना होना है। मौसम के पूर्वानुमान के अनुसार 22 दिसंबर तक प्रदेश भर का मौसम शुष्क रहेगा, जबकि 23 दिसंबर से मौसम का मिजाज बदल सकता है। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण ऊंची चोटियों पर हिमपात और निचले इलाकों में बूंदाबांदी की संभावना है।