मंगलवार (26 दिसंबर 2023) के दिन स्वदेशी युद्धक जहाज ‘INS इंफाल’ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की उपस्थिति में मुंबई के नेवल डॉकयार्ड पर उन्नत तकनीक से युक्त इस विशाल और विध्वंसक जंगी जहाज को कमीशन किया गया। स्टील्थ गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर INS इंफाल के भारतीय नौसेना के बेड़े में शामिल होने से शक्ति और अधिक बढ़ जाएगी। स्टील्थ गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर की ताकत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है, कि ये गुप्त तरीके से लक्ष्य को भेदने वाली मिसाइलों से लैस है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नौसेना के पोत आईएनएस इंफाल के कमीशनिंग समारोह में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “आजकल समुद्र में उथल-पुथल बढ़ गई है। भारत की बढ़ती आर्थिक और सामरिक शक्ति के कारण कुछ ताकतवर देशों में ईर्ष्या और नफरत भर रही है।’ रक्षा मंत्री ने चेतावनी देते हुए साफ शब्दों में कहा, कि हमला करने वाले दोषियों को पाताल से भी ढूंढ निकालेंगे। दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
रक्षा मंत्रालय के अनुसार, “आईएनएस इम्फाल युद्धपोत अब तक का सबसे बड़ा और सबसे उन्नत विध्वंसक है। इसका नाम पहली बार उत्तर-पूर्व के एक शहर इंफाल के नाम पर रखा गया है।” आईएनएस इंफाल (पेनांट डी68) प्रोजेक्ट 15बी के चार युद्धपोतों में से तीसरा है। प्रोजेक्ट 15बी मिलकर विशाखापत्तनम श्रेणी के स्टील्थ-गाइडेड मिसाइल विध्वंसक जहाज बनाते है। ये जहाज प्रोजेक्ट 15बी (विशाखापत्तनम क्लास), प्रोजेक्ट 15ए (कोलकाता क्लास) और प्रोजेक्ट 15 (दिल्ली क्लास) की सीरीज में नया देसी विध्वंसक है।
गौरतलब है, कि पहले अरब सागर में ‘एमवी केम प्लूटो’ पर ड्रोन हमला और फिर लाल सागर में ‘एमवी साईं बाबा’ पर हमले के बाद भारतीय नौसेना ने सतर्कता पूरी तरह बढ़ा दी है। हमलों की जांच के लिए तटरक्षक बल, नौसेना, खुफिया एजेंसियों और अन्य संबंधित अधिकारियों द्वारा एक संयुक्त टीम गठित की गई है। यह पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है, कि जहाजों पर हमले किस प्रकार किए गए।
अरब सागर और फिर लाल सागर में हुए हमले को भारत सरकार ने बेहद गंभीरता से लिया है। भारतीय नौसेना ने अरब सागर के विभिन्न क्षेत्रों में तीन युद्धपोत तैनात कर दिए है, जिनमें आईएनएस मोर्मुगाओ, आईएनएस कोच्चि और आईएनएस कोलकाता शामिल है। इसके अलावा कई गाइडेड मिसाइल विध्वंसक और लंबी दूरी के समुद्री टोही पी8 विमानों की भी तैनाती की जा रही है।