भगवान श्रीराम पर बेहद अभद्र टिप्पणी करने के मामले में एनसीपी-शरद पवार गुट के नेता व विधायक जितेंद्र आव्हाड ने माफी मांग ली है। भगवान राम के शाकाहारी न होने के बयान पर जितेंद्र ने कहा, कि मैं खेद व्यक्त करता हूं। मैं किसी की भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचाना चाहता था। दरअसल, जितेंद्र ने एक कार्यक्रम में कहा था, भगवान राम शाकाहारी नहीं थे, वे मांसाहारी थे। एनसीपी नेता ने कहा, कि 14 साल तक जंगल में रहने वाला व्यक्ति शाकाहारी भोजन कैसे ढूंढेगा।
जितेंद्र आव्हाड ने शिरडी में आयोजित पार्टी के अध्ययन शिविर में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए यह कहकर विवाद खड़ा कर दिया, “भगवान राम बहुजनों के राजा थे और मांसाहारी थे।” इसके बाद से ही उनका यह बयान सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। उन्होंने कहा, “हम इतिहास नहीं पढ़ते और राजनीति में सब कुछ भूल जाते हैं। राम हमारा है। हम बहुजनों का है। जो खाने के लिए शिकार करता था… राम कभी शाकाहारी नहीं था। वह मांसाहारी थे।”
"Ram Nonveg Khata tha (Shri Ram used to eat meat) – NCP leader"
Just look at the disrespectful language he is using for Prabhu Shri Ram & talking nonsense.. 😡 pic.twitter.com/kr96nBxf9e
— Mr Sinha (@MrSinha_) January 3, 2024
एनसीपी विधायक से जब उनके बयान को लेकर सवाल किया, तो उन्होंने मीडिया पर ही सवाल दागते हुए कहा, कि जो आदमी 14 साल तक जंगल में रहा, वह शाकाहारी कैसे रह सकता है। गौरतलब है, कि भगवान राम पर की गई अभद्र टिप्पणी के बाद विवाद को शांत करने अथवा माफी माँगने के बजाय जितेंद्र आव्हाड ने इस मुद्दे को और तूल देते हुए कहा, “क्या कंर्टोवर्सी? राम का खाना क्या था? कोई बता दे कि राम मैथी की भाजी खाता था?”
भगवान राम पर अपमानजनक टिप्पणी करने को लेकर भाजपा ने एनसीपी नेता की कड़ी निंदा की है। भाजपा नेता राम कदम ने इस मामले में सख्त रुख अपनाते हुए जितेंद्र के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए शिकायत भी दर्ज कराई। पुलिस ने इस शिकायत के आधार पर जितेंद्र आव्हाड के उस वीडियो को मँगवाया है, जिसमें वो भगवान राम के मांस खाने का जिक्र कर रहे। राम कदम ने कहा, कि महाराष्ट्र की बीजेपी सरकार में हिंदू धर्म का अपमान करने वालों को सजा मिलेगी।
Mumbai | BJP leader Ram Kadam to file a police complaint against NCP -Sharad Pawar faction leader Jitendra Awhad for his statement about Lord Ram being a "non-vegetarian"
"Their mindset is to hurt the sentiments of the Ram bhakts. They can't make fun of the Hindu religion to… pic.twitter.com/1SUUXUZMwF
— ANI (@ANI) January 4, 2024
इस मामले में अयोध्या में हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने भी जितेंद्र आव्हाड के बयान को लेकर उनपर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, कि भगवान राम पर इस प्रकार का बयान देने वाले भूल जाते हैं, कि जंगल में कंदमूल भी पाए जाते है। उन्होंने कहा, कि शरद पवार की पार्टी को उस नेता को कान पड़कर कालिख पोतकर जूते की माला पहनाकर बाहर करना चाहिए, लेकिन अगर उनकी पार्टी आतंकियों की पार्टी और सनातन विरोधियों की पार्टी है तो कोई बात नहीं है, हम उसका जवाब जरूर देंगे।
उन्होंने कहा, कि मैं एक बात कहना चाहता हूँ, अगर मेरी श्रद्धा अल्लाह के लिए नहीं है, यीशु के लिए नहीं है, तो मुझे टीका-टिप्पणी करने का अधिकार किसने दिया है। महंत राजू दास ने आगे कहा, कि भगवान राम सबके हैं, जितने भगवान राम ठाकुरों के है। उतना ही भगवान राम निषाद राज के भी हैं, जितने भगवान राम ब्राह्मणों के हैं उतने ही शबरी के भी है।