लगभग आठ साल पहले 2016 में लापता हुए भारतीय वायुसेना के विमान को खोज लिया गया है। इस विमान ने बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक मिशन के लिए उड़ान भरी थी, लेकिन बाद में गायब हो गया था। अब आखिरकार विमान का मलबा मिल गया है। विमान का मलवा समुद्र में गहरे तल में चेन्नई तट से लगभग 310 किलोमीटर दूर स्थित लगभग 3.4 किलोमीटर की गहराई में मिला है। फिलहाल इस मलबे को कैसे निकाला जाए, इसको लेकर मंथन किया जा रहा है।
रक्षा मंत्रालय ने एक बयान जारी कर इस विमान के मिलने की पुष्टि की। रक्षा मंत्रालय ने जानकारी दी, “भारतीय वायुसेना का AN-32 विमान (पंजीकरण के-2743) 22 जुलाई 2016 को एक अभियान के दौरान बंगाल की खाड़ी के ऊपर से लापता हो गया था। इस विमान में 29 कर्मी सवार थे। विमान और जहाजों द्वारा बड़े पैमाने पर खोज और बचाव अभियान चलाया गया, लेकिन मलबे का पता नहीं लग पाया था।”
रक्षा मंत्रालय ने आगे बताया, “पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के तत्वावधान में कार्य करने वाले राष्ट्रीय महासागर प्रौद्योगिकी संस्थान ने लापता AN-32 विमान के अंतिम ज्ञात स्थान पर हाल ही में गहरे समुद्र में अन्वेषण क्षमता के साथ एक ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (एयूवी) तैनात किया था। यह खोज मल्टी-बीम सोनार (साउंड नेविगेशन एंड रेंजिंग), सिंथेटिक एपर्चर सोनार और हाई रिज़ॉल्यूशन फोटोग्राफी सहित कई पेलोड का उपयोग करके 3400 मीटर की गहराई पर की गई।
खोज के दौरान प्राप्त तस्वीरों के विश्लेषण से चेन्नई तट से लगभग 140 समुद्री मील (लगभग 310 किमी) दूर समुद्र तल पर एक दुर्घटनाग्रस्त विमान के मलबे की उपस्थिति का संकेत मिला।” “खोज के दौरान प्राप्त तस्वीरों की जाँच की गई और उन्हें AN-32 विमान के अनुरूप पाया गया। संभावित दुर्घटना स्थल पर इतिहास में किसी अन्य विमान के लापता होने के बारे में कोई जानकारी के नहीं होने के कारण मलबे को संभवतः दुर्घटनाग्रस्त भारतीय वायुसेना का AN-32 विमान से संबंधित होने की ओर इशारा करता है।”
BREAKING: Nearly 8 years after it went missing over the Bay of Bengal, Indian Air Force An-32 K-2743 has been found. It has been located at a depth of 3.4 km about 310 km off the Chennai coast.
In remembrance of the 29 personnel on board. 🙏🏽 https://t.co/gYKbfBvzmi pic.twitter.com/NBE3W0OMNX
— Shiv Aroor (@ShivAroor) January 12, 2024
ऑपइंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय वायुसेना में एनएन-32 विमानों का बड़ा जत्था है। 100 से भी अधिक की संख्या में AN-32 विमानों का उपयोग भारतीय वायुसेना करती है। ये काफी पुराने हो चुके है और सरकार इन्हें बदलने में लगी हुई है। इस बीच, 35 विमानों की ओवरहॉलिंग भी की गई है। एएन-32 विमान डबल इंजन के मीडियम रेंज के ट्रांसपोर्ट विमान हैं, जो कम समय में सैनिकों समेत अन्य सामाग्रियों को एक जगह से दूसरे जगह पर पहुँचाते है।