बिहार में राजनीतिक भगदड़ के बीच पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) ने शनिवार को विधायक दल की बैठक के बाद अपना निर्णय सुना लिया है। बैठक के बाद पार्टी ने अपने बयान में कहा, कि वह राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के साथ ही रहेंगे। ये ऐलान खुद जीतन राम मांझी ने करते हुए कहा, कि जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, वहां HAM है। उन्होंने कहा, कि हम एनडीए सरकार के साथ मिलकर बिहार के विकास के लिए काम करेंगे।
'Jaha Modi Waha HAM': In Big Blow to INDI, Jitan Ram Manjhi Refuses Rahul Gandhi's Offerhttps://t.co/vkdLdl9Qzn#JitanRamManjhi #NDA #Biharpolitics #RahulGandhi #INDIAAlliance
— Republic (@republic) January 27, 2024
शनिवार को बिहार में पल-पल बदल रहे सियासी समीकरण के बीच जीतन राम मांझी से कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी फोन पर बात की, राहुल गाँधी ने जीतन राम को इंडी गठबंधन में आने का न्योता दिया था। मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से कहा गया, कि आरजेडी व कांग्रेस नेताओं ने मांझी को सीधे-सीधे बिहार के मुख्यमंत्री पद का ऑफर दिया। सूत्रों के अनुसार, जीतन राम मांझी को मनाने के लिए राहुल गांधी समेत कई बड़े नेताओं ने उनसे बात की।
राहुल ने मांझी को फोन कर इंडिया गठबंधन में शामिल होने का दिया आमंत्रणhttps://t.co/T6TJZrSEUH#BiharPolitics #JitanRamManjhi #INDIAAlliance #Satyahindi
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मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जीतन राम मांझी ने नई सरकार के गठन से पूर्व मोल-भाव करना और अपनी शर्तें रखना शुरू कर दिया है। वर्तमान में मांझी की पार्टी के चार विधायक हैं और उन्होंने दो मंत्री पदों की मांग की हैं। उन्होंने कहा, कि नई सरकार में दो मंत्री HAM पार्टी के हों।
वहीं राष्ट्रीय जनता दल के सांसद मनोज कुमार झा ने शनिवार को पत्रकारों के एक सवाल का जवाब देते हुए कहा था, कि जिस सरकार को लालू प्रसाद, नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने सृजित किया हो उसे हम कैसे गिरा सकते हैं। हम उस सरकार को, जिसने रोजगार दिए, अस्पतालों की कायापलट की, उसे हम गिराने के लिए सोच ही नहीं सकते।