केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी मंगलवार (13 फरवरी 2024) को ऊधम सिंह नगर जनपद स्थित पंतनगर एयरपोर्ट पहुंचे। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय मंत्री गडकरी को बुके देकर स्वागत किया। पंतनगर एयरपोर्ट पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और सीएम धामी ने गार्ड ऑफ ऑनर लिया। इसके बाद सीएम धामी और केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी टनकपुर के लिए रवाना हुए।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, केंद्रीय मंत्री ने टनकपुर स्थित गांधी मैदान में कुमाऊं के लिए 2200 करोड़ से अधिक की आठ योजनाओं का शिलान्यास किया।
#WATCH | Uttarakhand Chief Minister Pushkar Singh Dhami addresses the foundation stone laying and inauguration of various national highways at Gandhi Maidan, Tanakpur. pic.twitter.com/wT3dvRKV6H
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 13, 2024
बता दें, कि उत्तराखंड की 236 किलोमीटर सड़कों की दशा-दिशा बदलने वाली परियोजनाओं के शिलान्यास के लिए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी मंगलवार को उत्तराखंड पहुंचे है। केंद्रीय मंत्री पहले टनकपुर से कुमाऊँ मंडल की आठ परियोजनाओं का संन्यास करेंगे इसके बाद हरिद्वार से गढ़वाल मंडल की 28 परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे। इसके साथ ही हरिद्वार व रुद्रप्रयाग और चमोली के मध्य दो परियोजनाओं को जनता को भी समर्पित करेंगे।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अधिकारियों के मुताबिक, गढ़वाल व कुमाऊं मंडल में कुल 6500 करोड रुपए की लागत से 36 परियोजनाओं का शिलान्यास किया जाएगा, जिसमें सड़कों के चौड़ीकरण से लेकर भूस्खलन जोन के उपचार, ब्लैक स्पॉट में सुधार, पुलों के निर्माण आदि कार्य शामिल है।
केंद्र सरकार का लक्ष्य उत्तराखंड में आर्थिक व सामरिक लक्ष्य की पूर्ति के साथ ही पर्यटन को प्रोत्साहित करना भी है। सड़कों के सुगम होने से पेट्रोल डीजल की खपत में कमी लाकर ईंधन और पर्यावरण संरक्षण को भी बल मिलेगा।
वहीं भानियावाला से ऋषिकेश के बीच 19.78 किलोमीटर भाग को फोर लेन बनाने की बाधा दूर हो गई है। लगभग 742 करोड़ की लागत से न सिर्फ राजमार्ग के इस भाग को चौड़ा किया जाएगा, बल्कि मानव – वन्य जीवन संघर्ष को रोकने के लिए एलिवेटेड कॉरिडोर का निर्माण भी किया जाएगा।
इसके अलावा हरिद्वार- ऋषिकेश रोड पर श्यामपुर फाटक के पास जाम की भीषण स्थिति रहती है। इस स्थान पर 5.5 करोड़ की लागत से नया बैली ब्रिज बनाया जाएगा, साथ ही रेलवे फाटक को भी चौड़ा किया जाएगा।