उत्तराखंड विधानसभा का बजट सत्र सोमवार (26 फरवरी 2024) से शुरू हो गया है। बजट सत्र 26 फरवरी से एक मार्च तक चलेगा। साेमवार को सुबह 11 बजे से विधानसभा का बजट सत्र आरंभ हुआ। इसके बाद राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह द्वारा राज्य विधानसभा के बजट सत्र – 2024 को संबोधित किया गया। राज्यपाल के अभिभाषण के बाद बजट सत्र की कार्यवाही 27 फरवरी 2024 सुबह 11:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।
उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह ने राज्य विधानसभा के बजट सत्र 2024 को संबोधित करते हुए कहा, कि विकसित भारत के संकल्प में विकसित उत्तराखंड परिकल्पना नहीं विश्वास है। प्रदेश की तरक्की में अहम योगदान देने वालों का आभार जताते हुए उन्होंने कहा, कि विगत वित्तीय वर्ष 2023-24 में कई उपलब्धि हासिल हुई है।
Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami participated in the proceedings of the House during the Governor's address in the budget session 2024 of the Uttarakhand Assembly. pic.twitter.com/JH0MlqqFvf
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 26, 2024
राज्यपाल ने अपने अभिभाषण के दौरान G-20 की बैठकों का उल्लेख करते हुए कहा, कि इन बैठकों से उत्तराखंड का नाम देश विदेश में फैला है। मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठक भी उत्तराखंड में हुई। ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का सफल आयोजन हुआ। उन्होंने कहा, कि उत्तराखंड विधानसभा ने राज्य के सभी नागरिकों को समान अधिकार देने वाली समान नागरिक संहिता को पास करके देश का पहला राज्य बना दिया है। अब सभी धर्म-समुदायों की महिलाओं को समान अधिकार दिए गए।
अभिभाषण में राज्यपाल ने कहा, कि थाना स्तर पर महिलाओं को सुरक्षित माहौल देने के लिए महिला डेस्क स्थापित है। पुलिस ने महिलाओं को कानूनी मदद के लिए टोल फ्री नंबर जारी किया है। जेल विकास बोर्ड का गठन किया गया है। उन्होंने कहा, कि राज्य में इज ऑफ डूइंग के साथ ही पीस ऑफ डूइंग का माहौल है। यूआईआईडीबी का गठन किया गया। आगामी पांच वर्ष में उत्तराखंड को देश के अग्रणी राज्य बनाने के लिए सशक्त उत्तराखंड पर काम हो रहा है। उन्होंने कहा, कि 1300 कानून चिन्हित करके 400 से ज्यादा का विलोपन किया जा चुका है।
उन्होंने बताया, कि सीएम कॉन्क्लेव के एजेंडा बिंदु के अनुरूप, केंद्र व राज्यों की 12 विभागों की 20 योजनाओं का मूल्यांकन कराया जा रहा है। मानसखंड मंदिर माला मिशन के तहत 48 पुराने मंदिरों का चिन्हित किया गया है। पहले चरण में 16 मंदिरों के पुनरोद्धार किया जा रहा है। इसके अलावा बदरीनाथ धाम को स्मार्ट स्पिरिचुअल करने की दिशा में सरकार काम कर रही है।