सात समंदर पार विदेश में शिक्षा ग्रहण अथवा वहां जॉब करना हमेशा से ही युवाओं के लिए एक्साइटमेंट से भरपूर रहा है। हालाँकि यह बेहद चुनौतीपूर्ण भी है। विदेशों में पढ़ाई की तुलना में जॉब करके धन कमाना तब ज्यादा चुनौतीपूर्ण हो जाता है, जब युवाओं के पास में बेहतर डिग्री, अनुभव या फिर उचित माध्यम ना हो। हालाँकि अब उत्तराखंड के युवाओं के लिए एक अच्छी खबर है, कि राज्य में अब उपनल के माध्यम से भी युवाओं को विदेशी धरती में आसानी से नौकरी मिल सकेगी।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रशासन द्वारा इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। इस योजना के लिए देहरादून में राजपुर स्थित डीआईटी यूनिवर्सिटी के नजदीक उपनल और ओवरसीज रिक्रूटमेंट एजेंसी के मुख्यालय निर्माण के लिए लगभग चार बीघा जमीन चिन्हित कर ली गई है। बीते सोमवार को देहरादून में आयोजित उत्तराखंड पूर्व सैनिक कल्याण निगम लि. (उपनल) के 20वें स्थापना दिवस समारोह में उपनल के एमडी ब्रिगेडियर जेएनस बिष्ट सेनानिवृत्त द्वारा इस संबंध में जानकारी दी गई।
बता दें, कि साल 2018 में उपनल को विदेशों में भी रोजगार का अवसर को मुहैया कराने के लिए ओवरसीज रिक्रूटमेंट एजेंसी के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया गया था। इस प्रक्रिया के लिए उपनल को स्वयं को विदेश मंत्रालय में पंजीकृत करते हुए लाइसेंस प्राप्त करना था। इसकी प्रक्रिया भी शुरू की गई थी, लेकिन उस वक्त उपनल के पास अपनी स्थाई या लीज की भूमि ना होने की वजह से पूरी प्रक्रिया रुक गई थी, लेकिन अब जमीन मिलने से प्रक्रिया को गति मिलेगी।
उपनल के एमडी द्वारा बताया गया, कि उपनल साहसिक पर्यटन गतिविधियों जैसे पैरा सेलिंग, पैरा ग्लाइडिंग, रिवर राफ्टिंग, पर्वतारोहण आदि के क्षेत्रों में भी कदम बढ़ा रहा है। जिससे रोजगार के और भी अवसर खुलेंगे। उन्होंने प्रशासन से मांग की है, कि यदि टिहरी झील में जगह मिल जाए, तो वहां पर कुछ साहसिक गतिविधियां संचालित की जा सके।