भारत में अपनी जड़े जमाने की कुचेष्टा कर रहे वैश्विक आतंकी संगठन आइएस का प्रमुख हारिस अजमल फारूकी को उसके सहयोगी रेहान के साथ असम के धुबरी जिले से गिरफ्तार कर लिया गया है। ये दोनों आतंकी बांग्लादेश से सीमा पार करने के बाद भारत में अवैध रूप से घुसे थे। इस संबंध में असम पुलिस के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी प्रणव ज्योति गोस्वामी ने कहा, कि एक खुफिया सूचना के आधार पर एसटीएफ द्वारा इन्हें धर्मशाला क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दोनों आतंकियों की पहचान की पुष्टि कर ली गई है। हारिस अजमल फारूकी उत्तराखंड की राजधानी देहरादून का रहने वाला बताया जा रहा है। जबकि दूसरा आतंकी अनुराग सिंह धर्मांतरण के बाद अब रेहान हो गया है और वह पानीपत का रहने वाला है। रेहान की बेगम बांग्लादेशी नागरिक है। ये दोनों आतंकी भारत में खूँखार आतंकवादी संगठन आइएस के एजेंडे को आगे बढ़ा रहे थे। ये दोनों आइएस के लिए फंड एकत्रित करने से लेकर आतंकी घटनाओं को अंजाम देने की साजिश में शामिल बताए जा रहे है।
ऑपइंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, हारिस अजमल फारूकी ISIS इंडिया का प्रमुख है। ये दोनों किसी बड़ी आतंकी घटना को अंजाम देने के लिए बंगलादेश से घुसपैठ कर भारत में घुसे थे। इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (IGP) पार्थसारथी महंता के नेतृत्व में एसटीएफ की टीम ने दबिश दी थी। पुख्ता सूचना के बाद भारत-बांग्लादेश की सीमा से लगे इलाकों में छापेमारी की गई। इन दोनों ने जैसे ही बॉर्डर क्रॉस किया, इन्हें सुबह-सुबह ही गिरफ्तार कर लिया गया।
Based on specific input, two top-rung leaders of ISIS in India were apprehended from the Dharmasala area of Dhubri Sector and brought to the STF office in Guwahati. The accused are also wanted accused of NIA. They have been identified as Haris Farooqi @ Harish Ajmal Farukhi of… pic.twitter.com/1Zi4xAHha3
— ANI (@ANI) March 20, 2024
गौरतलब है, कि असम में पकड़े गए आइएस आतंकी हारिस अजमल फारूकी का देहरादून से कनेक्शन निकला है। दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार, हारिस देहरादून में यूनानी हकीम की औलाद बताया जा रहा है और उसने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय से तालीम ली है। स्थानीय इंटेलिजेंस और पुलिस के मुताबिक, हारिस बीते 10 साल से देहरादून नहीं आया है। केंद्रीय एजेंसी कई मर्तबा उसके बारे में जानकारी जुटाने के लिए देहरादून आ चुकी है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, असम से गिरफ्तार आतंकी हारिस का अब्बा भी कई दिनों से गायब बताया जा रहा है। देहरादून एसएसपी अजय सिंह ने बताया, हारिस के पिता देहरादून में यूनानी दवाखाना चलाते हैं। पिछले 20 वर्षों से उसका खानदान देहरादून के डालनवाला क्षेत्र में रहता है। एसएसपी ने बताया, कि स्थानीय पुलिस के पास काफी वक्त से यह इनपुट था, कि लेकिन उसके बारे में ज्ञात हुआ, कि वह बीते 10 साल से देहरादून नहीं आया है।