राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि.) मंगलवार (23 अप्रैल 2024) को योगनगरी ऋषिकेश स्थित परमार्थ निकेतन आश्रम पहुंचे। आश्रम परिसर में राष्ट्रपति का स्वागत शंख ध्वनि, पुष्पवर्षा और वेदमंत्रों द्वारा किया गया। स्वामी चिदानंद सरस्वती की साधना स्थली में विराजित मां लक्ष्मी की प्रतिमा को पुष्पहार अर्पित कर राष्ट्रपति ने शक्ति के प्रति श्रद्धा और भक्ति समर्पित किया।
मंगलवार को हनुमान जयंती के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेनि.) गुरमीत सिंह, आश्रमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद सरस्वती और ग्लोबल इंटरफेथ वाश एलायंस की अंतरराष्ट्रीय महासचिव साध्वी भगवती सरस्वती ने गंगा आरती में प्रतिभाग किया। आरती स्थल पर स्वामी चिदानंद सरस्वती ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को हिमालय की हरित भेंट रुद्राक्ष का पौधा, इलायची की माला और हनुमानजी की दिव्य प्रतिमा भेंट कर अभिनंदन किया।
इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, कि बड़े संयोग की बात है कि आज मैं परमार्थ निकेतन आई हूं। आज हनुमान जयंती, मंगलवार और पूर्णिमा है। गंगा मां का आशीर्वाद है कि मुझे दूसरी बार गंगा आरती में प्रतिभाग करने के लिए बुलाया है।
#WATCH उत्तराखंड: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने ऋषिकेश में 'गंगा आरती' की। pic.twitter.com/ny3Chb3kJU
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 23, 2024
राष्ट्रपति के आगमन पर साध्वी भगवती सरस्वती ने राष्ट्रपति के साथ परमार्थ निकेतन और डिवाइन शक्ति फाउंडेशन की ओर से संचालित सेवाओं की जानकारी साझा की। राष्ट्रपति और राज्यपाल ने हनुमान जयंती पर परमार्थ निकेतन स्थित श्री हनुमान घाट पर हनुमान की पूजा-अर्चना, गंगा पूजा और विश्व शांति के लिए पवित्र यज्ञ में आहुति समर्पित की। कार्यक्रम का विधिवत समापन राष्ट्रगान के साथ किया गया।