उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग विकराल रूप धारण कर रही है। शुष्क मौसम के बीच वन विभाग भी लगातार बढ़ रही आग की घटनाओं के आगे बेबस नजर आ रहा है। जंगल की आग से निपटने के लिए वन विभाग आमजन से भी सहयोग की अपील कर रहा है। राज्य में पिछले कई दिनों से जंगल की आग भड़कने की सूचनाएं मिल रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी आग की घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए प्रभावी कदम उठाने और जंगल में आग लगाने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए है।
उत्तराखंड के जंगलों में बढ़ती आग की घटनाओ पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की नाराजगी के बाद अब वन विभाग भी एक्शन मोड में आ गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, वन विभाग अब जंगलों में आग लगाने के मामले में पकड़े जाने पर आरोपी के विरुद्ध गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई कर सकता है।
गुरुवार (25 अप्रैल 2024) को सीओ चंपावत वंदना वर्मा ने थाना लोहाघाट में वन विभाग, ग्राम प्रहरियों व फायर विभाग की बैठक की अध्यक्षता की। सीओ वंदना ने जंगलों में बढ़ती आग की घटनाओं पर चिंता जाहिर करते हुए बैठक में उपस्थित सभी लोगों को जंगल की आग की रोकथाम हेतु निर्देशित किया और सुझाव मांगे।
सीओ ने कहा, जंगलो की आग की घटनाओं में चंपावत जिला शीर्ष स्थान पर है, जो बहुत चिंतनीय बात है। सीओ ने आगे कहा, जो व्यक्ति जंगलों में आग लगाते हुए अथवा पेड़ों को काटते हुए पकड़ा जाएगा, पुलिस उस शख्स के विरुद्ध मुकदमा दर्ज करेगी। इसके साथ ही उस व्यक्ति के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई तक की जा सकती है। सीओ ने वन विभाग के अधिकारियों को पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया और ग्राम प्रहरियों को ग्रामीणों को जागरूक करने के निर्देश दिए है।
सीओ ने स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा, कि जंगलों में आग लगाने वाले शख्स की सूचना तत्काल पुलिस को दी जाए तथा आग लगने पर ग्रामीणों का सहयोग लिया जाए। इसके साथ सीओ ने कहा, कि स्थानीय जनता और विभागों के आपसी सहयोग से ही जंगलों को आग से बचाया जा सकता है। बता दें, कि जंगलों में आग लगाने वाले आरोपितों के विरुद्ध अब वन विभाग ने सख्त रूख अपनाते हुए टनकपुर क्षेत्र में पांच व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया है।