मानसून के मौसम में चंद्रभागा नदी में मलबा जमा होने के कारण आसपास के क्षेत्रों में बाढ़ और राष्ट्रीय राजमार्ग को खतरे की संभावनाओं के समाधान के दृष्टिगत मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने रेल विकास निगम लिमिटेड को नदी के मार्ग के चैनलाइजेशन को सैद्धान्तिक सहमति प्रदान करते हुए तत्काल इस पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए है।
शुक्रवार (10 मई 2024) को सचिवालय में आयोजित बैठक में ऋषिकेश में चंद्रभागा नदी के कटाव को रोकने के लिए मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने नदी पर चेनलाइजेशन की सैद्धांतिक अनुमति दे दी है। चेनलाइजेशन का कार्य रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) द्वारा किया जायेगा। इस कार्य हेतु मुख्य सचिव ने आरवीएनएल, लोनिवि, सिंचाई और वन विभाग के अधिकारियों की एक संयुक्त टीम का गठन करने के निर्देश जारी किये है।
मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी ने आज सचिवालय में चन्द्रभागा नदी के चैनलाइजेशन से संबंधित बैठक में प्रतिभाग किया। इस दौरान उन्होंने रेल विकास निगम लिमिटेड को चन्द्रभागा नदी के मार्ग के चैनलाइजेशन की सैद्धान्तिक सहमति देते हुए इस पर तत्काल कार्रवाही के निर्देश दिए हैं। pic.twitter.com/fKwIwNl0UW
— Uttarakhand DIPR (@DIPR_UK) May 10, 2024
मुख्य सचिव ने बैठक के दौरान ने स्पष्ट किया, कि चंद्रभागा नदी पर स्थित पुल की सुरक्षा के लिए संयुक्त टीम सर्वेक्षण करे। उन्होंने नदी के मार्ग के चेनलाइजेशन के साथ-साथ इस पर बने पुल की बुनियाद की सुरक्षा के भी उपाय करने पर बल दिया। उन्होंने ब्रिज का हाइड्रोलॉजिकल सर्वे आईआईटी रूड़की द्वारा सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए है।
सचिवालय में हुई बैठक में आरवीएनएल के अधिकारियों ने जानकारी दी, कि चंद्रभागा नदी में वर्षों से निरंतर सिल्ट (गाद, मलबा) इत्यादि जमा हो रहा है। इससे नदी के किनारे की ढलानों तथा एकमात्र अप्रोच रोड को नुकसान पहुंच रहा है। इसके साथ ही नदी में मलबा जमा होने से एनएच रोड ब्रिज को भी क्षति हो सकती है तथा चंद्रभागा नदी के बाएं किनारे पर बसे गांव ढालवाला कॉलोनी में बाढ़ की संभावना बन जाती है।
मुख्य सचिव द्वारा सड़क एवं आवासों की सुरक्षा के मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल आरवीएनएल को अस्थायी व्यवस्था के रूप में चेनलाइजेशन की सहमति दी। मुख्य सचिव ने इसके स्थायी समाधान के तहत चंद्रभागा नदी पर बेलनाकार (गेबियन) दीवार बनाने का प्रयोग करते हुए रिवर ट्रेनिंग कार्य करने के निर्देश दिए। बैठक में सचिव डॉ. रंजीत कुमार सिन्हा समेत संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।