उत्तराखंड के युवकों को विदेश में नौकरी के नाम पर थाइलैंड के बजाय म्यांमार में बंधक बनाने वाले गुजरात के एजेंट के विरुद्ध देहरादून (रायवाला थाना) में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस टीम को एजेंट की गिरफ्तारी के लिए गुजरात रवाना किया गया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस मामले का स्वयं संज्ञान लेकर पुलिस को इस मामले में गंभीरता से जांच करने और म्यांमार में फंसे युवकों को भारत लाने के निर्देश जारी किए है।
सीएम धामी द्वारा मामले पर स्वतः संज्ञान लेने के बाद पुलिस ने केंद्रीय एजेंसियों से सहयोग मांगते हुए युवकों को भारत वापस लाने के प्रयास शुरू कर दिए है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह के अनुसार, 5 जून को जिया गौतम निवासी इंद्रा कालोनी, प्रतीत नगर रायवाला ने पुलिस कार्यालय में प्रार्थना पत्र देकर बताया, कि उनका भाई विधान गौतम आईटी सेक्टर में काम करने के लिए मार्च में दुबई गया था।
विधान गौतम दुबई से अपने अन्य भारतीय सहयोगियों के साथ मई में घर वापस लौट आया था। इसी बीच गुजरात के रहने वाले एजेंट जय जोशी ने उनके भाई विधान गौतम को वीडियो कॉल कर थाईलैंड की एक बड़ी आईटी कंपनी में नौकरी दिलाने का झांसा दिया। जय जोशी ने विधान व उसके अन्य दोस्तों का भी वीडियो कॉल के माध्यम से स्क्रीनिंग टेस्ट करवाया और कहा, कि सभी का चयन थाईलैंड की आईटी कंपनी में हो गया है।
एजेंट जय जोशी ने कहा, कि उनका भारत से थाईलैंड जाने का सारा खर्चा कंपनी वहन करेगी। पीड़ित की बहन ने पुलिस को बताया, कि 21 मई को उनका भाई विधान एजेंट जय जोशी और उत्तराखंड के सात युवकों के साथ दिल्ली से थाईलैंड के लिए रवाना हुआ। इसके बाद से विधान से घरवालों का कोई संपर्क नहीं हो पाया। एजेंट जय जोशी से संपर्क करने पर उसने उन्हें गुमराह करने की कोशिश की और बताया, कि विधान को अच्छी नौकरी मिली है और वह अधिक व्यस्त होने के कारण घरवालों से बात नहीं कर पा रहा है।
हालाँकि कुछ समय बाद विधान ने अपने पिता के व्हाट्सएप नंबर पर एक ऑडियो रिकॉर्डिंग भेजकर जानकारी दी, कि एजेंट जय जोशी उन्हें बैंकाक एयरपोर्ट से पिस्तौल के दम पर अगवा कर जबरन म्यांमार ले गया है। जहां उन्हें बंधक बनाकर रखा गया है। युवक ने बताया, कि म्यांमार में लगभग 70 भारतीय युवकों समेत अन्य देशों के 200 लोगों को भी बंधक बनाकर रखा गया है। जिनमें से 10 युवक उत्तराखंड के निवासी है।
विधान गौतम ने बताया, कि म्यांमार में उन्हें पीटा जा रहा है और साइबर ठगी करवाई जा रही है। पीड़ित युवक की ऑडियो क्लिप सुनने के बाद घरवालों के हाथ पैर फूल गए और उन्होंने तत्काल पुलिस प्रशासन को पत्र लिखकर मामले में शिकायत दर्ज करवाई। ऑडियो में विधान ने कहा है, कि इस ऑडियो को भारतीय दूतावास तक पहुंचा देना, ताकि उनकी सहायता हो सके। बताया जा रहा है, कि परिजनों ने इस मामले में पुलिस, प्रधानमंत्री कार्यालय और गृह मंत्रालय को भी ऑनलाइन जानकारी भेज दी है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने मीडिया को बताया, कि प्राप्त शिकायत के आधार पर रायवाला थाने में गुजरात के एजेंट के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। घटना के संबंध में विदेश मंत्रालय, इंटेलीजेंस ब्यूरो तथा अन्य केंद्रीय एजेंसियों से प्रकरण में कार्रवाई करने के लिए लगातार समन्वय स्थापित करते हुए युवकों की घर वापसी के प्रयास किये जा रहे है।