एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) के घटक दलों की बैठक शुक्रवार (7 जून, 2024) को नई दिल्ली में संपन्न हुई, जिसमें नरेंद्र मोदी को संसदीय दल का नेता चुन लिया गया है। लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम घोषित होने के बाद मीडिया में अटकलें लगाई जा रही थी, कि एनडीए के प्रमुख घटक दल जदयू द्वारा दबाव की राजनीति खेली जा रही है और कई महत्वपूर्ण मंत्रालय की माँग की जा रही है।
हालाँकि, जिस प्रकार नीतीश कुमार द्वारा इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पाँव छूने का प्रयास किया गया और पीएम मोदी द्वारा उन्हें रोकते हुए गले लगाया गया, उसके बाद से ये स्पष्ट हो गया है, कि जदयू और भाजपा में कम से कम वर्तमान में कोई तनातनी नहीं चल रही है।
#NewsKiPathshala: NDA की मीटिंग में पीएम मोदी के पैर छूकर नीतीश कुमार ने NDA और INDI गठबंधन को दे दिया बड़ा संदेश
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एनडीए की बैठक में वस्तुतः एक और पहलू पर विशेष गौर किये जाने की आवश्यकता है, कि जब मंच पर नीतीश कुमार अपने संबोधन के लिए जा रहे थे, तो वे कुर्सी के पीछे से होकर जाना चाहते थे, लेकिन पीएम मोदी ने हस्तक्षेप करते हुए उन्हें अपने आगे से जाने के लिए कहा। इस प्रकार की घनिष्ठता देखकर आप स्वतः समझ सकते है, कि दोनों दिग्गज नेताओं के मन में एक-दूसरे के प्रति कितना आदर है।
इस बात को और गहनता से समझने के लिए पाठकों को नीतीश कुमार के संबोधन में छिपे संकेतो को भांपना होगा, जो उन्होंने नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद के लिए समर्थन दिए जाने के राजनाथ सिंह के प्रस्ताव का अनुमोदन करने के दौरान कही।
विपक्षियों को नीतीश कुमार ने दिया करारा जवाब…
सुनिए, क्या कहा… pic.twitter.com/ogVonbPudS
— BJP (@BJP4India) June 7, 2024
नीतीश कुमार ने एनडीए गठबंधन की इस अहम बैठक में अपने संबोधन में कहा, कि उनकी पार्टी जदयू खुलकर भाजपा संसदीय दल के नेता के तौर पर नरेंद्र मोदी को को समर्थन देती है और ये बहुत खुशी की बात है, कि ये पिछले एक दशक से प्रधानमंत्री है और आगे भी बनने जा रहे है। उन्होंने कहा, कि उन्हें भरोसा है, कि हर राज्य का जो कुछ भी बचा हुआ है, इस कार्यकाल में पीएम नरेंद्र मोदी वो पूरा कर देंगे। उन्होंने स्पष्ट किया, कि वो पूरे तौर पर आने वाले वक्त में प्रधानमंत्री मोदी के साथ रहेंगे।
नीतीश कुमार ने कहा, “जो कुछ भी है, और जिस तरह से आप करेंगे, बहुत अच्छा है। इस बार इधर-उधर जो लोग कुछ जीत गए हैं, अगली बार आप आइएगा, तो ये लोग वो भी हारेंगे। इन लोगों ने बिना मतलब की बातें कर-कर के ये सब किया है। इन्होंने आज तक कोई काम नहीं किया है। देश की कोई सेवा नहीं की, लेकिन आपने सेवा की है और आपको मौका मिला है। आगे उन लोगों के लिए कोई गुंजाइश नहीं रहेगी, सब खत्म हो जाएगा। देश बहुत आगे बढ़ेगा, बिहार का भी जो कुछ बचा हुआ है सब कार्य हो ही जाएगा।”
नीतीश कुमार ने अपने संबोधन में आगे कहा, कि बिहार सबसे पुराना इलाका है, हम पूरे तौर पर हर तरह से आपके साथ हैं, आप जो चाहिएगा उसमें हम साथ देंगे। उन्होंने कहा, कि सब कोई मिल कर चलेंगे, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ रहेंगे। उन्होंने साफ किया, कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को आगे बढ़ाएँगे। इस दौरान वो नरेंद्र मोदी के शपथग्रहण के लिए भी उत्सुक दिखे और कहा, कि जल्द से जल्द शपथग्रहण करके काम शुरू करना चाहिए।
उल्लेखनीय है, कि नीतीश कुमार ने एक प्रकार से यह स्पष्ठ कर दिया है, कि वर्ष 2029 का लोकसभा चुनाव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में ही लड़ा जाएगा। इसका सीधा तात्पर्य है, कि 2025 में होने बिहार विधानसभा चुनावों में भाजपा, आरएलजेपी, हम, आरएलएम और जेडीयू एनडीए गठबंधन के साथ संयुक्त रूप से चुनाव मैदान में उतरेगी।