देहरादून के रायपुर क्षेत्र स्थित डोभाल चौक पर हुए गोलीकांड को लेकर मंगलवार को सड़कों पर स्थानीय लोगों का गुस्सा फट पड़ा। रविवार रात को हुए हत्याकांड के बाद लोगों ने आक्रोशित होकर डोभाल चौक पर जाम लगा दिया। गुस्साए लोगों का आरोप है, कि देहरादून में बाहरी माफिया और अपराधी तत्व इस कदर हावी हो चुके है, कि वह मूल निवासियों पर गोली चलाने से भी हिचक नही रहे है।
लोगों ने आरोपियों के घर पर बुलडोजर चलाने की मांग को लेकर सड़क पर जमकर प्रदर्शन किया और छह नंबर पुलिया चौक पर जाम लगा दिया। वहीं दूसरी तरफ पुलिस ने हत्याकांड के मुख्य आरोपी रामबीर को मुठभेड़ के बाद तलवार गांव थाना बेहरोल सदर जिला कोटपुतली राजस्थान से दबोच लिया है।
🚨डोभाल चौक पर हुए हत्याकांड की घटना का मुख्य अभियुक्त रामवीर सहित घटना में शामिल 02 अभियुक्तों को दून पुलिस ने किया गिरफ्तार,
मुख्य अभियुक्त रामवीर को देहरादून पुलिस की स्पेशल टीम द्वारा तलवार गाँव थाना बहरोल सदर जिला कोटपुतली #राजस्थान से किया गिरफ्तार🔗#UttarakhandPolice pic.twitter.com/7OO91WlmUz
— Dehradun Police Uttarakhand (@DehradunPolice) June 18, 2024
गौरतलब है, कि रायपुर का डोभाल चौक बीते रविवार (16 जून 2024) की रात गोलियों की गूंज से दहल उठा। अपनी कार को वापस लेने गए तीन लोगों को घनी आबादी वाले क्षेत्र में बेखौफ बदमाशों ने गोली मार दी। इस गोलीकांड के बाद घायल एक शख्स ने मौके से भागने की कोशिश की और कुछ दूरी पर नाले में जा गिरा। इसके बाद पुलिस और परिजनों ने पूरी रात युवक की तलाश की। सोमवार सुबह करीब छह बजे उसका शव नाले से बरामद हुआ। वहीं अन्य दो घायलों को रात में ही अस्पताल में भर्ती करा दिया गया था।
वहीं शव मिलने के बाद स्थानीय निवासियों ने आरोपियों के घर पर पथराव भी किया। स्थानीय विधायक के हस्तक्षेप के बाद मामला शांत हुआ और पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा। बताया जा रहा है, कि गोलीकांड को अंजाम देने के बाद दो पेशेवर बदमाश शहर के बीच से होते हुए आशारोड़ी बैरियर तोड़कर भाग निकले। फिलहाल पुलिस ने वारदात में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
डोभाल चौक हत्याकांड के बाद जहां पीड़ित परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है, वहीं स्थानीय लोगों के आक्रोश ने इस तपती गर्मी को भी झुलसा दिया है। आरोपी के घर तक पहुँच की तोड़ फोर, सीएम धामी से लगा रहे हैं गुहार बुलडोजर चलाओ। #dehradunmurder pic.twitter.com/Su7pRV3zTY
— Ankit Sharma (@ankitsharmauk) June 18, 2024
एसएसपी अजय सिंह ने मीडिया को बताया, डोभाल चौक के पास गढ़वाली कॉलोनी में रहने वाला देवेंद्र कुमार उर्फ सोनू भारद्वाज ब्याज में पैसे देने का काम करता है। इसके एवज में वो पैसे लेने वाले लोगों की चल-अचल संपत्तियों को भी गिरवी रख लेता है। नेहरू ग्राम निवासी दीपक बडोला ने 15 जून को अपनी कार सेकेंड हैंड गाड़ियों का कारोबार करने वाले सागर यादव को बेचने के लिए दी थी, लेकिन, अगले दिन रविवार को दीपक बडोला को पता चला, कि सागर ने कार बेचने के बजाय उसे सोनू भारद्वाज के पास साढ़े तीन लाख रुपये में गिरवी रख दी।
जब दीपक बडोला ने सागर यादव से अपनी कार वापस मांगी, तो उसने गालियां देकर दीपक को भगा दिया। इस पर दीपक ने जब सोनू भारद्वाज से अपनी कार वापस मांगी, तो उसने भी दीपक गाली देकर भगा दिया। इसके बाद दीपक रविवार रात करीब साढ़े 10 बजे अपने दो दोस्तों के साथ सोनू भारद्वाज के घर पहुंच गया। सोनू भारद्वाज के घर पर पहले से ही उसका भाई मोनू भारद्वाज, पेशेवर बदमाश रामबीर, मनीष, अंकुश और योगेश शराब पी रहे थे।
जैसे ही दीपक बडोला अपने दो साथियों सुभाष क्षेत्री और मनोज नेगी को लेकर सोनू भारद्वाज के गेट पर पंहुचा, इन सभी ने उन पर अंधाधुन फायर झोंक दिया। फायरिंग में एक गोली दीपक बडोला के गले और दूसरी पेट में लगी। वहीं सुभाष और मनोज के पेट में गोली लगी थी। गोलीबारी के दौरान दीपक बडोला घायल अवस्था में मौके से भाग गया, जबकि सुभाष और मनोज आरोपी सोनू भारद्वाज के गेट पर ही बेसुध होकर गिर पड़े।
सुभाष क्षेत्री को उसके परिजन कैलाश अस्पताल ले गए जबकि पुलिस मनोज नेगी को दून अस्पताल में ले गई, जिसके बाद दोनों की हालत गंभीर होने के चलते उन्हें इंदिरेश अस्पताल में रेफर कर दिया गया। वहीं परिजन और पुलिस सोमवार सुबह तक दीपक की खोजबीन करते रहे। सुबह छह बजे दीपक की लाश डोभाल चौक के पास करीब 10 फीट गहरे नाले से बरामद हुई।
पुलिस के अनुसार, रविवार रात को इस वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी रामबीर और मनीष कार लेकर मौके से भाग निकले। पुलिस ने जब दोनों का पीछा किया, तो दोनों आशारोड़ी बैरियर तोड़ते हुए पास ही में कार खड़ी कर जंगल के रास्ते फरार हो गए। एसएसपी अजय सिंह ने बताया, कि मामले में सोनू भारद्वाज, मोनू भारद्वाज निवासी गढ़वाली कॉलोनी और सागर यादव निवासी नेहरू ग्राम को गिरफ्तार कर लिया गया है।
पुलिस के अनुसार, रामबीर के खिलाफ पहले भी हत्या के मुकदमे दर्ज हैं। वर्तमान में वह रायपुर में ही 2020 में हुई एक हत्या के मामले में पैरोल पर जेल से बाहर चल रहा है। बताया जा रहा है, कि सुबह जब दीपक की लाश नाले से बरामद हुई, तो परिजनों और स्थानीय लोगों ने शव को पुलिस को नहीं सौंपा। गुस्साए लोगों ने सोनू भारद्वाज के घर पर पथराव कर दिया। इससे घर के शीशे आदि भी टूट गए।
पुलिस ने मौके पर लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन लोग कुछ सुनने को तैयार नहीं थे। मौके पर जब कुछ देर बाद क्षेत्रीय विधायक उमेश शर्मा काऊ पहुंचे और उन्होंने लोगों को उचित कार्रवाई का भरोसा देकर किसी प्रकार शांत कराया। इसके बाद परिजनों ने पुलिस को दीपक का शव सौंपा।