नीट यूजी पेपर लीक मामले में प्रतिदिन नए खुलाए हो रहे है। इसी बीच बिहार पुलिस ने जिस अनुराग यादव नाम के परीक्षार्थी को गिरफ्तार किया था, उसका कबूलनामा सामने आया है। साथ ही कुछ अन्य गिरफ्तार अभ्यर्थियों ने भी अपना गुनाह कबूला है। वहीं, पुलिस ने कई अन्य अभ्यर्थियों को भी पूछताछ के लिए बुलाया है। बता दें, कि अब तक इस मामले 13 आरोपित गिरफ्तार हो चुके है, जिसमें 4 अभ्यर्थी भी शामिल है।
गिरफ्तार परीक्षार्थी अनुराग यादव ने अपने इकबालिया बयान में कहा है, “उसके फूफा सिकंदर प्रसाद यादवेंदु ने ही उसे कोटा से पटना बुलाया था और कहा, कि परीक्षा में सब सेटिंग हो चुका है। इसके बाद 4 मई की रात पटना के एक गेस्ट हाउस में अमित आनंद और नीतीश कुमार के पास मुझे छोड़ दिया गया। इनलोगों ने मुझे नीट के परीक्षा का प्रश्न पत्र एवं उत्तर पुस्तिका दी और रात भर पेपर रटवाया।
अनुराग ने यह भी खुलासा किया, कि मेरा परीक्षा केंद्र डी.वाई. पाटिल स्कूल में था और जब मैं परीक्षा देने सेंटर पर पहुंचा, तो प्रश्न पत्र देखकर हैरान रह गया, क्योकि सभी सवाल वही थे, जो मैंने रात को पढ़े थे। परीक्षा के उपरांत अचानक पुलिस ने मुझे पकड़ लिया।” गौरतलब है, कि अनुराग के कबूलनामे के बाद यह लगभग साफ हो गया, कि बिहार में पेपर लीक हुआ था।
Breaking: Anurag Yadav (22) from Samastipur confessed to receiving leaked NEET papers through his uncle, a Junior Engineer.
He said, "I returned from Kota and was taken to Amit Anand and Nitish Kumar by my uncle on the night of 04.05.24, where I was given the NEET exam question… pic.twitter.com/ELgIe6MyUr
— IANS (@ians_india) June 20, 2024
उल्लेखनीय है, कि 4 जून को जब नीट परीक्षा का परिणाम घोषित किया गया, तो संभवतः पहली बार 67 अभ्यर्थी टॉपर बने और उन्होंने परीक्षा में 720 में से 720 अंक प्राप्त किये। टॉपर्स की सूची देखने के बाद नीट परीक्षा में गड़बड़ी की आशंका व्यक्त की गई थी। इसके बाद 13 जून को एनटीए ने फैसला लिया, कि ग्रेस मार्क्स वाले अभ्यर्थियों की परीक्षा पुनः आयोजित कराई जाएगी।
हालंकि अभी भी परीक्षा देने वाले छात्रों का गुस्सा थम नहीं रहा है। फिलहाल ये मामला सुप्रीम कोर्ट में भी विचारधीन है। सुप्रीम कोर्ट इस मामले में 8 जुलाई को अगली सुनवाई करेगा। अभी तक इस मामले में पटना में 13 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं, जिसमें 4 छात्र शामिल हैं। बताया जा रहा है, पेपर लीक के एवज में अभ्यर्थियों से 30 से 40 लाख रुपए की मोटी रकम वसूली गई थी।