रायपुर थाना क्षेत्र के डोभाल चौक पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाने के बाद हत्याकांड का मुख्य आरोपित हिस्ट्रीशीटर रामवीर अपने साथियों के साथ प्रेमिका के घर पर गया था। टीएचडीसी कालोनी स्थित प्रेमिका के घर पर पिस्तौल और कारतूस छुपाकर मुख्य आरोपी राजस्थान भाग गया। पुलिस ने उसे राजस्थान के कोटपुलती इलाके से दबोचा था। इसके साथ ही दो बदमाशों मनीष और योगेश कुमार को बहादराबाद हरिद्वार में मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया था।
मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है, कि पुलिस ने रामवीर द्वारा दी गई जानकारी के आधार पर आरोपित की प्रेमिका के घर से पिस्तौल बरामद कर ली है। इसके साथ ही आश्रय देने वाली महिला को भी मामले में वांछित बनाया है। बता दें, कि पुलिस को मर्डर केस के मुख्य आरोपी रामवीर की शनिवार को एक दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड मिली थी।
पुलिस ने रिमांड में हुई गहन पूछताछ के आधार पर रामवीर की निशानदेही पर उसकी प्रेमिका शालू भारद्वाज के टीएचडीसी कालोनी स्थित किराए के घर से हत्याकांड में इस्तेमाल 32 बोर की देसी पिस्तौल व तीन कारतूस बरामद किए है। पूछताछ के दौरान आरोपित ने बताया, कि वारदात को अंजाम देने के बाद वह अपने साथी मनीष व योगेश के साथ प्रेमिका शालू के घर पर गया था।
जहां उसने अपनी पिस्तौल व कारतूस छुपा दिए और शहर से फरार हो गया। इसके बाद रामवीर मुजफ्फरनगर गया और फिर वहां से राजस्थान निकल गया। पुलिस के अनुसार, रामवीर की प्रेमिका शालू भारद्वाज गैंगस्टर यतेंद्र चौधरी की पत्नी है। शालू भी वारदात के बाद से फरार है। आरोपित को आश्रय देने पर शालू को भी वाँछित बनाया गया है। बता दें, यतेंद्र चौधरी की करीब 2 महीने पहले मौत हो चुकी है।
गौरतलब है, कि कुख्यात यतेंद्र चौधरी निवासी जिला मेरठ कई वर्ष सालों पहले देहरादून में हुए विनय क्षेत्री हत्याकांड का मुख्य आरोपित था। इस मर्डर केस में रामवीर भी शामिल था। गैंगस्टर यतेंद्र चौधरी की मौत हो चुकी है और उसकी पत्नी शालू भारद्वाज अब रामवीर की प्रेमिका है। पुलिस के अनुसार, यतेंद्र चौधरी भी यूपी का कुख्यात अपराधी था।
देहरादून में 2008 में नेहरू कॉलोनी थाना क्षेत्र में प्रॉपर्टी डीलर विनय क्षेत्री की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वहीं वर्ष 2005 में विनय के पिता व भाई की हत्या का भी आरोप यतेंद्र चौधरी पर ही लगा था। नेहरू कॉलोनी में यतेंद्र पर गैंगस्टर, धोखाधड़ी और अवैध हथियार रखने के कई मुकदमे दर्ज थे।