उत्तराखंड में मानसून की दस्तक के बाद इन दिनों भारी वर्षा होने से राज्य की नदियाँ और नाले उफान पर है। इसी क्रम में देहरादून की नदियों और जलस्रोतों का बहाव भी तीव्र हो गया है। इसे देखते हुए पुलिस-प्रशासन ने पर्यटकों के साथ ही स्थानीय निवासियों को बारिश के दौरान नदियों और जलस्रोतों के पास नहीं जाने की सलाह दी है। हालांकि पुलिस द्वारा जारी चेतावनी के बाद भी पर्यटक अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे है।
गौरतलब है, कि देहरादून में दोपहर बाद अचानक मौसम का मिजाज बदल गया और अचानक तेज बारिश शुरू हो गई। इस दौरान नदी में अचानक पानी बढ़ने से गुच्चूपानी में 10 पर्यटक तेज बहाव में फंस गए। सूचना पर मौके पहुंची फायर सर्विस देहरादून और एसडीआरएफ की संयुक्त टीम ने पर्यटकों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
देहरादून- गुच्चुपानी में फंसे लोगों को स्थानीय पुलिस, फायर सर्विस व SDRF ने रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
कृपया मानसून सीजन में नदियों, बरसाती नालों के पास कदापि न जाएं।
आपकी सुरक्षा हमारी प्राथमिकता।#UttarakhandPolice @DehradunPolice @UKFireServices @uksdrf pic.twitter.com/9RhOe1fr8C
— Uttarakhand Police (@uttarakhandcops) July 4, 2024
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गुरुवार (4 जुलाई 2024) की दोपहर को टिहरी गढ़वाल और यूपी के बुलंदशहर से पर्यटक गुच्चूपानी घूमने पहुंचे थे, लेकिन भारी बरसात के कारण गुच्चूपानी का गेट बंद कर दिया था। इस दौरान पर्यटक भी दूसरे रास्ते से किसी प्रकार नदी के पार पहुंच गए।
कुछ ही देर में बारिश के चलते नदी का जलस्तर बढ़ गया और पर्यटक नदी के दूसरे छोर पर ही फंस गए। कोई और रास्ता ना देख पर्यटकों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची स्थानीय पुलिस, फायर सर्विस व SDRF की टीम ने नदी के तेज बहाव में फंसे लोगों को रेस्क्यू कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
उल्लेखनीय है, कि देहरादून जनपद में सहस्रधारा, गुच्चूपानी, लच्छीवाला, डाकपत्थर, कैंपटीफॉल, भट्ठाफॉल, टाइगर फॉल और शिखर फाल समेत कई पर्यटक स्थल हैं, जहां पर्यटक प्राकृतिक जलधारा में अठखेलियां करने जाते है। पिछले दिनों तक सभी झरनों में रोजाना करीब पांच हजार से अधिक पर्यटक पहुंच रहे थे।
हालांकि अब राज्य में मानसून सक्रिय होने के बाद ऐसे जलस्रोतों के पास जाना मंहगा पड़ सकता है। बारिश के दौरान जलस्रोतों में मलबा और पत्थर आने लगते हैं।। नदियों और जलस्रोतों के बहाव में बढ़ोतरी होने के चलते इन स्थानों पर दुर्घटना की संभावना बढ़ गई है। इसको देखते हुए जिला प्रशासन ने अपील की है, कि मानसून में लोग सावधानी बरतें और नदियों व जलस्रोतों के पास कदापि न जाएं।