रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध को ढाई साल से ज्यादा का वक्त गुजर चुका है, और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन किसी भी परिस्थिति में हार स्वीकार करने को तैयार नहीं है। अभी भी दोनों देशों के बीच भीषण युद्ध जारी है। रूस-यूक्रेन संघर्ष के बीच अमेरिका ने भारत से अनुरोध किया है, कि पीएम मोदी रूस से वर्षों पुराने संबंधों का उपयोग यूक्रेन संघर्ष को सुलझाने में करे।
बीते सोमवार को अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने दैनिक मीडिया बुलेटिन में कहा, कि सभी जानते है, कि भारत के रूस से एक लंबे वक्त से अच्छे संबंध रहे हैं। यह उसे एक विशेष स्थिति प्रदान करता है, इसलिए हम भारत से इन संबंधों का उपयोग यूक्रेन युद्ध समाप्त कराकर शांति स्थापना में चाहते हैं।
मिलर ने कहा, कि हम चाहते हैं कि भारत राष्ट्रपति पुतिन से यूएन चार्टर और यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता एवं संप्रभुता का सम्मान करने के लिए अनुरोध करे। उन्होंने कहा, कि अमेरिका किसी भी प्रयास का स्वागत करेगा, जिससे ये दुश्मनी खत्म हो। इसके साथ ही उन्होंने भारत से कहा, कि वह रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को यूक्रेन से अवैध युद्ध बंद करने के लिए प्रोत्साहित करे।
मिलर ने एक सवाल के जवाब में कहा, कि अमेरिका के भारत से भी मजबूत रिश्ते हैं। वह हमारा एक महत्वपूर्ण साझेदार है, इसलिए हम भारत सरकार से यह मांग करते रहेंगे। गौरतलब है, कि अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मिलर पीएम मोदी की रूस यात्रा के ठीक बाद 9 जुलाई को इसी प्रकार का बयान दिया था।
बता दें, कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 8 से 9 जुलाई को 22वें भारत-रूस वार्षिक शिखर सम्मेलन में शामिल होने के लिए दो दिवसीय रूस दौरे पर थे। साल 2022 में मॉस्को और कीव के बीच युद्ध शुरू होने के बाद से यह प्रधानमंत्री मोदी की पहली रूस यात्रा थी। 9 जुलाई को राष्ट्रपति पुतिन के साथ द्विपक्षीय बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था, कि यूक्रेन संघर्ष का समाधान युद्ध के मैदान में संभव नहीं है और बम और गोलियों के बीच शांति प्रयास सफल नहीं होते।