केदारनाथ धाम पैदल मार्ग पर रविवार (21 जुलाई 2024) की सुबह दर्दनाक हादसा हो गया। पहाड़ी से मलबा और पत्थर गिरने के कारण तीन श्रद्धालुओं ने मौके पर दम तोड़ दिया, वहीं अन्य पांच घायल बताये जा रहे है। घायलों में दो यात्री महाराष्ट्र जबकि एक स्थानीय निवासी है। घायलों को उपचार के लिए गाैरीकुंड अस्पताल में भेजा गया है। हादसे की सूचना मिलते ही यात्रा मार्ग में तैनात सुरक्षा कर्मी, एनडीआरएफ समेत पुलिस प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और राहत-बचाव कार्य शुरू किया।
केदारनाथ यात्रा मार्ग पर हुए हादसे पर मुख्यमंत्री धामी ने दुःख प्रकट किया है। सीएम धामी ने एक्स पोस्ट पर लिखा, “केदारनाथ यात्रा मार्ग के पास पहाड़ी से मलबा व भारी पत्थर गिरने से कुछ यात्रियों के हताहत होने का समाचार अत्यंत दुःखद है। हादसे में घायल हुए लोगों को त्वरित रूप से बेहतर उपचार उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए हैं। ईश्वर दिवंगतों की आत्मा को श्री चरणों में स्थान एवं शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।”
केदारनाथ यात्रा मार्ग के पास पहाड़ी से मलबा व भारी पत्थर गिरने से कुछ यात्रियों के हताहत होने का समाचार अत्यंत दुःखद है। घटनास्थल पर राहत एवं बचाव कार्य जारी है, इस सम्बन्ध में निरंतर अधिकारियों के संपर्क में हूं। हादसे में घायल हुए लोगों को त्वरित रूप से बेहतर उपचार उपलब्ध…
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) July 21, 2024
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया, कि आपदा कंट्रोल रूम को रविवार लगभग प्रातः 7.00 बजे सूचना प्राप्त हुई, कि केदारनाथ यात्रा मार्ग पर चीरबासा के समीप पहाड़ी से मलबा व भारी पत्थर आने से हादसा हो गया है। राहत व बचाव के लिए सर्च अभियान जारी है। हादसे में मृतकों की पहचान किशोर अरुण पराटे (31), निवासी नागपुर महाराष्ट्र, सुनील महादेव काले (24 ) निवासी जालना महाराष्ट्र, अनुराग बिष्ट, तिलवाड़ा रुद्रप्रयाग के रूप में हुई है।
बता दें, कि केदारनाथ में 16 किमी लंबे गौरीकुंड-केदारनाथ पैदल मार्ग पर हर घड़ी भूस्खलन का खतरा बना रहता है। चीरबासा भूस्खलन जोन है, जहां प्रत्येक बरसात में पहाड़ी से पत्थर और मलबा गिरने से दुर्घटना की संभावना बनी रहती है। पिछले वर्ष भी पहाड़ी से भूस्खलन होने के कारण एक श्रद्धालु की मौत हो गई थी।