उत्तरकाशी जिले स्थित गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में देश की पहली टनल पार्किंग का निर्माण होने जा रहा है। इन टनल पार्किंग के निर्माण से चारधाम यात्रा मार्ग पर लगने वाले ट्रैफिक जाम और पर्वतीय क्षेत्रों में पार्किंग की समस्या से राहत मिलेगी। प्रदेश सरकार ने राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड (एनएचआईडीसीएल) को दोनों पार्किंग की डीपीआर तैयार करने का दायित्व सौंपा है।
इस परियोजना के लिए एनएचआईडीसीएल द्वारा गंगोत्री में पार्किंग के लिए भूमि का चयन भी कर लिया गया है। वहीं, यमुनोत्री धाम के लिए दो स्थानों पर सर्वेक्षण का कार्य चल रहा है। फिलहाल इन स्थानों का भूवैज्ञानिकों एवं विशेषज्ञों से विस्तृत सर्वेक्षण कराकर टनल पार्किंग के लिए उपयुक्त स्थान का चयन कर अंतिम प्रस्ताव तैयार जा रहा है।
उल्लेखनीय है, कि चारधाम यात्रा सहित राष्ट्रीय सुरक्षा और सामरिक दृष्टिकोण से बेहद महत्वपूर्ण उत्तरकाशी जिले के गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में दो टनल पार्किंग बनाने का प्रस्ताव जिला प्रशासन ने प्रशासन को भेजा था। साथ ही गंगोत्री धाम में प्रस्तावित पार्किंग चारधाम यात्रा में तो उपयोगी साबित होगी ही, साथ ही भारत-चीन अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बर्फबारी के दौरान भारतीय सेना भी इस टनल पार्किंग का इस्तेमाल कर सकेगी।
शासन ने डीपीआर तैयार करने और एनओसी संबंधित प्रक्रियाओं के लिए एनएचआईडीसीएल को 77 लाख रुपये की धनराशि जारी की है। शासन को भेजे प्रस्ताव के मुताबिक, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में 400-400 वाहनों की पार्किंग प्रस्तावित है। इस व्यवस्था के तहत वाहन एक दिशा से पार्किंग में प्रवेश करेंगे और दूसरी दिशा से बाहर निकलेंगे।
जिलाधिकारी उत्तरकाशी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट के अनुसार, “गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में बनने वालीं ये पार्किंग देश की पहली टनल पार्किंग होंगी। साथ ही गंगोत्री और यमुनोत्री के मास्टर प्लान के तहत दोनों पार्किंग का निर्माण किया जाएगा। प्रदेश सरकार ने इस कार्य को अपनी प्राथमिकता में रखा है।