मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार (1 अगस्त 2024) को जनपद टिहरी स्थित भिलंगना ब्लॉक के जखन्याली गांव के नौताड़ तोक आपदाग्रस्त क्षेत्र का स्थलीय निरीक्षण किया। सीएम धामी ने आपदा प्रभावित क्षेत्र में मृतकों के परिजनों से मुलाकात कर उनका ढ़ाढस बंधाया। उन्होंने कहा, कि आपदा की इस घड़ी में शासन-प्रशासन प्रभावितों के साथ खड़ा है। सरकार द्वारा प्रभावितों को हर संभव सहायता दी जायेगी।
सीएम धामी ने टिहरी गढ़वाल के अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों में संचालित राहत एवं बचाव कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करते हुए प्रभावित लोगों से मिलकर उनका कुशलक्षेम जाना और पीड़ितों को हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने आपदा की वजह से अपने प्राण गंवाने वाले लोगों के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें ढ़ाढस बंधाया।
इस दौरान अधिकारियों को आपदा प्रभावितों के आवास, भोजन, दवाईयों एवं अन्य आवश्यक सुविधाओं के लिए त्वरित समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए। साथ ही सुरक्षा के दृष्टिगत तात्कालिक रूप से जो काम जरूरी हैं उनका अतिशीघ्र क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। pic.twitter.com/FmF3l5Ty48
— Pushkar Singh Dhami (@pushkardhami) August 1, 2024
मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्माओं की शांति एवं और शोकाकुल परिवार को धैर्य प्रदान करने की कामना करते हुए कहा, कि ईश्वर से प्रार्थना है, कि दिवंगतों की आत्मा को शांति एवं शोक संतप्त परिजनों को यह कष्ट सहने की शक्ति प्रदान करें। मुख्यमंत्री धामी ने इस दौरान अधिकारियों को आपदा प्रभावितों के आवास, भोजन, दवाईयों एवं अन्य आवश्यक सुविधाओं के लिए त्वरित समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
सीएम धामी ने सुरक्षा के दृष्टिगत तात्कालिक रूप से जो काम जरूरी हैं उनका अतिशीघ्र क्रियान्वयन सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। सीएम धामी ने मौके पर मौजूद ग्रामीणों से पूछा, कि घटना के कितने समय बाद एसडीआरएफ, पुलिस और प्रशासन के अधिकारी पहुंचे।
बता दें, कि दस वर्ष पहले 31 जुलाई 2014 की रात को भी भिलंगना ब्लॉक के जखन्याली गांव के नौताड़ तोक में बादल फटने से पांच लोग मलबे में जिंदा दफन हो गए थे। उस दौरान भी कई अन्य घरों में मलबा घुसने से नौताड़ में जनधन का भारी नुकसान हुआ था। वहीं 10 साल बाद फिर 31 जुलाई 2024 की रात को बादल फटने से नौताड़ तोक में रह रहे एक ही परिवार के तीन लोग मौत के मुंह में समा गए।
जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी बृजेश भट्ट ने बताया, कि नौताड़ तोक में एक होटल बह गया। जिसमें होटल स्वामी भानु प्रसाद (50), उनकी पत्नी नीलम देवी (45) व पुत्र विपिन (28) लापता थे। रेस्क्यू अभियान के दौरान भानु और उनकी पत्नी नीलम का शव घटनास्थल से 100 मीटर दूरी पर बरामद कर लिया गया है। वहीं, लापता युवक विपिन घायल अवस्था में मिला है।
घायल विपिन को मलबा मुंह में भर जाने के कारण सीने में तकलीफ और सांस लेने में कठिनाई हो रही थी। रात दो बजे विपिन को पिलखी से एम्स ले जाया गया। सभी आपातकालीन प्रयास और उपचार देने के बावजूद विपिन को बचाया नहीं जा सका। विपिन ने डैम टॉप के निकट दम तोड़ दिया। उसकी बॉडी को डीएच बौराड़ी में लाया गया है।