पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश हिंसा की आग में सुलग रहा है। हजारों उग्र प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर उतरकर सरकारी संपत्ति को आग के हवाले कर दिया है। स्थिति इतनी खराब है, सेना ने पूरे मुल्क का नियंत्रण अपने हाथों में ले लिया है। नौकरी में आरक्षण खत्म करने और प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों और सत्तारूढ़ पार्टी के समर्थकों के बीच भड़की हिंसा में 19 पुलिसकर्मियों समेत 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी।
बांग्लादेश में आरक्षण विरोधी प्रदर्शन के हिंसक होने के बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इस बात का ऐलान बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमान ने एक पत्रकार वार्ता में किया है। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया, कि शेख हसीना के बाद अब सेना मुल्क में अंतरिम सरकार बनाएगी।
Bangladesh Army Chief says, "PM Sheikh Hasina has resigned. Interim Government to run the country." – reports Reuters pic.twitter.com/tGR3FgGVvn
— ANI (@ANI) August 5, 2024
बांग्लादेश के सेना प्रमुख ने कहा, कि इस संबंध में आर्मी ने मुल्क की प्रमुख पार्टियों के साथ मिलकर बैठक की है। अब 18 सदस्यीय अंतरिम सरकार प्रस्तावित की गई है। सेना इस सरकार को बनाएगी। सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमान ने कहा, कि जो हत्या हुई उस पर न्याय किया जायेगा। हमने सभी सियासी पार्टियों से बात की और हमारे बीच एक अच्छी बातचीत हुई है।
उन्होंने कहा, “हम अंतरिम सरकार का गठन करके शासन करेंगे। हमारे देश की संपत्ति का जो नुकसान हो रहा है। आप मुझे दायित्व दीजिए, मैं सब संभाल लूँगा।” सेना प्रमुख ने कहा, “आपकी जो माँग है उसे हम पूरा करेंगे। देश में शांति वापस लाएँगे। तोड़फोड़-आगजनी मारपीट से दूर रहिए। आप लोग हमारे साथ मिलकर चलेंगे, तो हालात सुधरेंगे। मारपीट हिंसा से कुछ नहीं मिलेगा। संघर्ष और अराजकता से दूर रहिए।”
मीडिया रिपोर्ट्स बताया गया, कि बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना ने सेना के हेलीकॉप्टर से उड़ान भर ली है। वह मुल्क छोड़ने से पहले अपना एक भाषण रिकॉर्ड करना चाहती थी, हालाँकि उन्हें इसका मौका नहीं मिला। इस्लामी कट्टरपंथियों की भीड़ उनकी ओर तेजी से बढ़ने लगी और उन्हें न चाहते हुए भी मुल्क को छोड़ना पड़ा। अब वह भारत के उत्तरपूर्वी इलाके अगरतला में उतरी हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स में सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा है, कि भारत ने उनकी सुरक्षित मार्ग की व्यवस्था की है। इसके बाद वह लंदन जाएँगी। बता दें, कि इससे पहले सैकड़ों प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री के सरकारी आवास ‘गणभवन’ में घुस गए थे। सोशल मीडिया में वायरल वीडियो में प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री के सरकारी आवास में लूटपाट करते हुए नजर आ रहे है। वहीं कुछ को ‘गणभवन’ आवास से कुर्सियां और सोफा ले जाते हुए देखे गए।
बांग्लादेश में प्रधानमंत्री का घर pic.twitter.com/pYH1z1bYjT
— Ranvijay Singh (@ranvijaylive) August 5, 2024
बता दें, कि आरक्षण के नाम पर मुल्क की सड़कों पर उतरी 4 लाख की भीड़ के हिंसक होने से करीब 100 नागरिकों की मौत हो गई है। वहीं सैंकड़ों लोग घायल बताये जा रहे है। बीते रविवार को इस्लामी कट्टरपंथियों की हिंसा के कारण एक ही थाने में 13 पुलिसकर्मियों की मॉब लिंचिंग हुई थी। हिंसक प्रदर्शन के चलते बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था को अब तक 10 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है।
शेख हसीना के इस्तीफे तक पूरे बांग्लादेश में कर्फ्यू लगा था। अब सेना की जब अंतरिम सरकार बनने जा रही है, तो सेना प्रमुख ने कहा, कि कर्फ्यू की कोई जरूरत नहीं, वो खुद सब संभाल लेंगे। वहीं पूर्व सैन्य प्रमुखों और सैन्य अधिकारियों ने भी छात्रों का समर्थन किया। उन्होंने सुरक्षा बलों से आग्रह किया, कि वे छात्रों पर कोई कार्रवाई न करें।