मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी मंगलवार (6 अगस्त 2024) को अतिवृष्टि से प्रभावित केदारघाटी क्षेत्र का निरीक्षण करने के लिए रुद्रप्रयाग जनपद पहुंचे। सीएम धामी ने प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। इसके अलावा केदारघाटी में अतिवृष्टि से हुई क्षति, सड़क एवं अन्य मार्गों सहित अन्य नुकसान की समीक्षा एवं पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा भी की।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मंगलवार को रूद्रप्रयाग जनपद के अतिवृष्टि से प्रभावित क्षेत्रों राहत एवं बचाव कार्यों तथा सभी विभागों को यात्रा शुरू करने के लिए उनके स्तर से किए जा रहे प्रयासों एव तैयारियों की जानकारी ली। सीएम धामी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए, कि प्रभावित क्षेत्रों में जनजीवन सामान्य बनाने हेतु आवश्यक कदम उठाए जाएं। उन्होंने क्षतिग्रस्त मार्गों, पेयजल एवं विद्युत लाईनों को यथाशीघ्र बहाल किये जाने के निर्देश दिए।
#WATCH उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रुद्रप्रयाग में भारी बारिश के बाद आई आपदा से प्रभावित क्षेत्रों का 'हवाई सर्वेक्षण' किया। pic.twitter.com/MZrTvTHK2e
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 6, 2024
सीएम धामी ने श्री केदारनाथ धाम पैदल यात्रा को शीघ्र शुरू किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देश दिए, कि श्री केदारनाथ धाम के लिए हेलीसेवा को बुधवार से ही शुरू किया जाए। उन्होंने कहा, कि हेलीसेवा के माध्यम से दर्शन करने पहुंच रहे श्रद्धालुओं को किराए में 25 प्रतिशत की छूट दी जाएगी, जिसका वहन राज्य सरकार द्वारा किया जाएगा।
#WATCH | Rudraprayag: Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami says "The disaster has caused a lot of loss of life and property in the state. Road connectivity has been disrupted at 29 places and landslides have taken place too. District Administration, NDRF, SDRF, local police and… pic.twitter.com/LqId4z7E9U
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 6, 2024
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रामपुर जीएमवीएन में स्थानीय लोगों से संवाद के दौरान उनकी समस्याओं को सुना। उन्होंने प्रभावितों की सभी समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया। उन्होंने इन कठिन परिस्थितियों में सरकार और प्रशासन द्वारा संचालित रेस्क्यू अभियान में कंधा से कंधा मिलाकर सहयोग के लिए स्थानीय लोगों का आभार व्यक्त किया।
सीएम धामी ने केंद्र सरकार का भी आभार जताते हुए कहा, कि अतिवृष्टि के बाद से ही केंद्रीय सरकार द्वारा चिनूक व एमआई हैलीकॉप्टर सहित हरसंभव सहायता उपलब्ध कराई गई। समीक्षा बैठक के उपरांत मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री धामी ने कहा, कि अतिवृष्टि से भूस्खलन होने से 29 स्थानों पर पैदल एव सड़क मार्ग कटा हुआ है। इसके अतिरिक्त पेयजल व विद्युत की लाइनों सहित बड़ी मात्रा में सरकारी संपत्तियों को भी नुकसान पहुंचा। कुछ स्थानों पर दूरसंचार की सेवाएं भी बाधित हुई हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, कि अतिवृष्टि की घटना के बाद से ही जिला प्रशासन, आपदा प्रबंधन तथा एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, एनडीआरएफ सहित अन्य संस्थाओं एवं जनप्रतिनिधियों, पंडा समाज, तीर्थ पुरोहित, धार्मिक व सामाजिक सरोकारों से जुड़े संगठनों ने मिलकर इस आपदा में पूरे मनोयोग से इस रेस्क्यू अभियान में फंसे हुए श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाने का कार्य किया है।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री सौरभ बहुगुणा, विधायक रुद्रप्रयाग भरत चैधरी, मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, डीजीपी अभिनव कुमार, प्रमुख सचिव आर.के. सुधांशु, सचिव लोक निर्माण विभाग डॉ. पंकज पांडेय, सचिव आपदा प्रबंधन विनोद कुमार सुमन, गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय, आईजी गढ़वाल के.एस. नगन्याल, जिलाधिकारी सौरभ गहरवार, पुलिस अधीक्षक डॉ. विशाखा अशोक भदाणे सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।